बालोद: बालोद जिले के लौह नगरी में कांग्रेस नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. अविश्वास प्रस्ताव वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष के पक्ष में आया. यानी कि अब भी नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर ही रहेंगे.
जानिए वोटों का गुणागणित: दरअसल, दल्लीराजहरा नगर पालिका के भाजपा पार्षदों ने अध्यक्ष शिबू नायर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था.नो कॉन्फिडेंस मोशन पर सोमवार को मत प्रयोग हुआ. वोटिंग के दौरान दो पार्षद गायब रहे. वहीं, तीन पार्षदों का वोट रद्द हो गया. यही कारण है कि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष और विपक्ष में 11-11 वोट मिले. लेकिन अध्यक्ष की कुर्सी गिराने के लिए 17 वोट की आवश्यकता थी, क्योंकि नगर पालिका में 27 पार्षद हैं. इसलिए शिबू नायर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद भी वह अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे.
14 भाजपा पार्षद होने के बाद भी अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया. भाजपा कमजोर साबित हुई. मैं नगर पालिका अध्यक्ष पद पर बना हुआ हूं. कांग्रेस को 11 मत, भाजपा को 11 मत प्राप्त हुआ जबकि 3 मत रद्द हो गए. - शिबू नायर,अध्यक्ष, दल्ली नगर पालिका
10 मतों की थी आवश्यकता: इस अविश्वास प्रस्ताव में 100 फीसदी उपस्थिति रहने पर भाजपा को शिबू नायर को पद से हटाने के लिए 18 मतों की जरूरत थी. अपनी कुर्सी बचाने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष शिबू नायर को 10 मतों की आवश्यकता थी, लेकिन सोमवार को कुल 25 पार्षदों की उपस्थिति में भाजपा को जहां शिबू नायर को हटाने के लिए 17 मतों की आवश्यकता थी. वहीं अपनी कुर्सी बचाने के लिए शिबू नायर को 9 मतों की आवश्यकता थी. जबकि उन्होंने 11 लोगों का विश्वास हासिल कर अपने पद को सुरक्षित कर लिया.