रोहतक: चुनावी साल में प्रदेश में आरोप प्रत्यारोप का दौर चरम पर पहुंच चुका है. मंगलवार, 30 जनवरी को रोहतक की सनसिटी में भाजपा के लोकसभा कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब वे स्कूल में पढ़ते थे, तब कांग्रेस शासनकाल में जय गणेश की बजाय जय गधा पढ़ाया जाता था. रिद्धि- सिद्धि के देवता और गणों के देवता गणेश के स्थान पर गधा पढ़ाया गया. कोई भी आयोजन हो, वह गणेश के बिना नहीं हो सकता, लेकिन आज वही देश है, जहां सबसे प्रिय स्लोगन जय श्री राम है. भारत को भारत के नजरिए से देखें.
ओपी धनखड़ ने कहा कि एक वह समय था, जब रामलला के कपड़े बदलवाने के लिए कोर्ट से अनुमति लेनी पड़ती थी. आज 21वीं सदी की पीढ़ी है, जिसने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा देखी है. कई लोगों ने सिर पर पगड़ी और पांव में जूती नहीं पहनी थी. उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने नारा दिया था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा. उनके एक कहने पर हर व्यक्ति देश भक्ति के लिए खड़ा हो गया. हम उनकी जयंती तो मना सकते हैं, लेकिन पुण्यतिथि नहीं मना सकते. क्योंकि झूठी कहानी गढ़ी गई, इसलिए देश उनकी पुण्यतिथि नहीं मनाता.
राहुल गांधी का नाम लिए बगैर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि एक ऐसी सरकार देखी थी, एक राजकुमार प्रधानमंत्री के सामने कागज फाड़ दे. आज हमारे वाले की तरफ कोई देखकर तो दिखाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांचवें स्थान पर पहुंचाया और छाती ठोककर कहते हैं कि इसे तीसरे पर लेकर जाएंगे.
हुड्डा परिवार पर बरसे ओपी धनखड़: ओमप्रकाश धनखड़ ने हुड्डा पिता-पुत्र को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा की हार का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में चारपाई पर लेट गया था और पूरे चुनाव में उठा ही नहीं, लेकिन जब बीजेपी नेता डॉ. अरविंद शर्मा ने हरा दिया तो विधानसभा चुनाव में हर क्षेत्र में जाकर घड़ियाली आंसू बहाए कि मेरा बदला ले लो. इसके बाद जाकर राज्यसभा में बैठ गया। धनखड़ ने कहा कि रोहतक और झज्जर जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में 500-500 करोड़ रुपए और आते अगर भाजपा प्रत्याशी वहां से चुनाव जीतते. उन्होंने कहा कि अब लोगों को पता लग गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब फिर से वे सहानुभूति के लिए नया तरीका अपना रही हैं, लेकिन प्रदेश की जनता इनके बहकावे में नहीं आएगी.
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