धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने सुक्खू सरकार पर एक बार फिर से करारा प्रहार किया है. उन्होंने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर केंद्रीय योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. साथ ही सुक्खू सरकार को चुनौती दी है.
विधायक सुधीर शर्मा ने कहा, "झूठी गारंटियों से लोगों को ठगने वाले सीएम सुक्खू कांगड़ा के प्रवास के दौरान भी लोगों को ठगने में जुटे हैं. केंद्र के पैसे से बनने वाले प्रोजेक्टों का उद्घाटन और शिलान्यास कर वाहवाही लूटने वाले सीएम लोगों को यह बताएं कि प्रदेश सरकार का कौन सा प्रोजेक्ट हैं, जिसका उन्होंने उद्घाटन-शिलान्यास किया है".
सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला में सीएम ने जो उद्घाटन -शिलान्यास किए हैं, वे सभी प्रोजेक्ट केंद्र के पैसे से बने हैं या बन रहे हैं. ऐसे में सीएम सुक्खू किस हैसियत से उनका उद्घाटन कर रहे है. ढगवार में मिल्क प्लांट में केंद्र की मोदी सरकार का पैसा लग रहा है. इसमें खर्च होने वाले 225 करोड़ रुपए मोदी सरकार की देन हैं, तो हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू को बताना चाहिए कि वह किस हैसियत से इसका शिलान्यास करने जा रहे हैं.
वहीं, फूड स्ट्रीट मार्केट में स्मार्ट सिटी का पैसा लग रहा है, यह योजना भी भाजपा की देन है. सीएम सुक्खू लोगों को गुमराह कर रहे हैं. प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल हैं. हिमाचल में रोजगार के साथ विकास कार्यों पर ब्रेक लग गई है. कई ठेकेदारों की पेमेंट पेंडिंग चल रही है. पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है. कर्मचारी भी सहमे कि क्या पता अगले महीने सैलरी मिलेगी या नहीं?
उन्होंने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के दो साल के कार्यकाल में प्रदेश दस साल पीछे चला गया. झूठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती, इसलिए सीएम सुक्खू को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर अपनी झूठी गारंटियों के लिए जनता से माफी मांग लेनी चाहिए.
'सीएम सुक्खू लोगों से मिलने से क्यों कतरा रहे'
भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुक्खू अब लोगों से मिलने से भी कतरा रहे हैं. सीएम से धर्मशाला सर्किट हाउस में जब लोग मिलने के लिए पहुंच रहे हैं, तो उनके लिए सीएम के दरवाजे बंद रखे गए हैं. कई लोग निराश होकर लौट रहे हैं. उन्होंने सीएम को नसीहत दी कि लोगों से छिपने से काम नहीं चलेगा. प्रदेश का मुखिया होने के नाते लोगों की समस्याएं सुलझाने पर ध्यान देना पड़ेगा. सीएम जनता को बताएं धर्मशाला केंद्रीय यूनिवर्सिटी के 30 करोड़ रुपए क्यों जमा नहीं करवाए.
सुधीर शर्मा ने कहा कि आज पूरा हिमाचल जानना चाह रहा है कि कांग्रेस सरकार ने धर्मशाला में बनने वाली सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 30 करोड़ रुपए क्यों जमा नहीं करवाए हैं. विधानसभा उपचुनावों के दौरान तो सीएम कह रहे थे कि 4 जून को पैसे जमा करवा दिए जाएंगे, लेकिन वो 4 जून कब आएगी? लोगों को इसका इंतजार है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, अगर सीएम सुक्खू में दम है, तो वह इस सवाल का जवाब दें कि सीयू के पैसे क्यों जमा नहीं किए जा रहे हैं?
धर्मशाला विधायक ने कहा, "यही नहीं नई पंचायतों के गठन के नाम पर भी ठगी की गई है. धर्मशाला के योल कैंटोनमेंट में नई पंचायतें बनाने के बजाए साथ लगती पंचायतों को भंग कर नए नाम दे दिए गए हैं, जो प्रदेश सरकार की वित्तीय स्थिति की पोल खोल रहा है. इस निर्णय से ना तो पुरानी पंचायतों को लाभ मिलेगा ना ही कैंटोनमेंट एरिया की जनता को यह केवल ठगी करने की व्यवस्था है.
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