पटना : बिहार में नई सरकार बनी है. नई सरकार बनने के बाद जदयू और बीजेपी में नए नेताओं के मंत्री बनने के कयास भी शुरू हो गए हैं. चर्चाओं के दौर में सबसे ज्यादा नाम किसी का आगे आ रहा है तो वह बीजेपी की तेज तर्रार नेता और निशानेबाज से विधायक बनीं श्रेयसी सिंह का नाम है. राजनीति गलियारे में कयास यह लगाए जा रहे हैं कि श्रेयसी सिंह को भाजपा कोटे से खेल मंत्री बनाया जा सकता है. श्रेयसी सिंह भी इस बात को लेकर काफी खुश हैं. उन्हें भी उम्मीद है कि यदि शीर्ष नेतृत्व उन्हें खेल मंत्री के तौर पर मौका देती है तो वह बिहार के खेल के लिए कुछ बेहतर कर सकती है.
'राजनीति और निशानेबाजी में समानता' : बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह से जब यह पूछा गया कि आप राजनीति में आई हैं इससे पहले आप निशानेबाज थीं दोनों में क्या समानता है. उन्होंने कहा कि ''दोनों समानता एक जैसी है. वहां भी टीम में काम करना पड़ता है. निशानीबाजी में भी टीम को लेकर चलना होता है. दोनों में अपनी टारगेट को अचीव करने का प्रयत्न होता है. उसके लिए एकाग्रता जरूरी है. मुझे लगता है कि मैं की निशानेबाजी और राजनीति में बहुत कुछ अलग नहीं है.''
'पिता का सपना पूरा किया' : श्रेयसी सिंह से जब पूछा गया कि पिता दिग्विजय सिंह भी निशानेबाजी में दिलचस्पी लेते थे राजनीति में भी दिलचस्पी लेते थे. इसका सहयोग कितना मिल पाया था. श्रेयसी सिंह ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि मैं दादा दिग्विजय सिंह बेटी हूं. मुझे गर्व है कि मेरे शरीर में उनका खून है. इसका फायदा मुझे हर वक्त मिला है. निशानेबाजी के इस मुकाम पर पहुंच पाई हूं कि उनका सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं. मैंने वह सपना पूरा किया है. दादा ने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया. यही वजह है कि मैं राजनीति में भी काम कर रही हूं.
'सार्वजनिक जीवन में सच बोलना चाहिए' : भाजपा विधायक से जब यह पूछा गया कि क्या राजनीति में सच बोलने का नुकसान हो जाता है तो श्रेयसी सिंह ने कहा कि नुकसान जो भी हो लेकिन, सार्वजनिक जीवन में आपको सच बोलना ही चाहिए. आप जिसका नेतृत्व कर रहे हैं उसके सामने आप झूठ बोलेंगे तो बहुत दिनों तक आप टिक नहीं पाएंगे. नुकसान कुछ भी हो लेकिन अपने वसूलों पर काम करना चाहिए.
क्या श्रेयसी सिंह बनेंगी खेल मंत्री? : श्रेयसी सिंह से जब यह पूछा गया की बहुत तेजी से आपका नाम खेल मंत्री के तौर पर चल रहा है तो उन्होंने इस बात की खुशी जताते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व यदि चाहेगा तो मेरे जेहन में बहुत ऐसे काम है जिसको लेकर मैं काम कर सकती हूं. स्टेडियम है, ग्राउंड है जिसको ठीक करना बहुत जरूरी है. इंडिया में कई ऐसे खेल हैं जिसके बारे में बिहार के बच्चे कुछ नहीं जानते हैं. खेल में कई स्तर पर काम करने की जरूरत है. यदि ये जिम्मेदारी मुझे मिलती है तो इस काम को करने को तैयार हूं.
- ये भी पढ़ें- 'बिहार में खेलों को नहीं मिल रहा बढ़ावा, उड़ाया जा रहा मजाक', श्रेयसी सिंह का नीतीश सरकार पर हमला
- ये भी पढ़ें- श्रेयसी सिंह ने दी चुनौती तो भड़के मंत्री सुमित सिंह, कहा- 'जमुई में निर्दलीय लड़कर दिखाईये, गुमान टूट जाएगा'
- ये भी पढ़ें- 'नहीं संभल रहा बिहार तो इस्तीफा दे देना चाहिए', MLA श्रेयसी सिंह की मुख्यमंत्री को सलाह