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विश्वासमत को लेकर व्हिप जारी करेगी बीजेपी, प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा- नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है चंपई सरकार

Jharkhand BJP legislature party meeting. चंपई सोरेन सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति बनाई गई. बैठक के बाद बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन सरकार नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है. साथ ही ये बताया कि विश्वासमत प्रस्ताव को लेकर भाजपा व्हिप जारी करेगी.

Jharkhand BJP legislature party meeting
Jharkhand BJP legislature party meeting
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 4, 2024, 10:47 PM IST

भाजपा विधायक दल की बैठक

रांची: चंपई सोरेन सरकार के विश्वास मत के दौरान मुख्य विपक्षी दल भाजपा की क्या रणनीति होनी चाहिए, इसे लेकर रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी और विधायक दल के नेता अमर बाउरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में 20 बीजेपी विधायकों ने हिस्सा लिया और 05-06 फरवरी को बुलाए जाने वाले विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर रणनीति बनाई.

बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए विधायक और पार्टी उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन के विश्वास मत के दौरान पार्टी मुखर होकर विपक्ष की भूमिका निभाएगी और इसके लिए पार्टी व्हिप जारी करेगी.

'नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है चंपई सरकार': भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन की सरकार नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है. चंपई सोरेन ने शपथ लेने के बाद जिस तरह से कहा कि वह हेमंत सोरेन सरकार के काम को आगे बढ़ाएंगे, उससे साफ है कि यह सरकार भी उसी तरह काम करेगी. जैसा कि हेमन्त सोरेन की सरकार कर रही थी यानि पिछले 04 वर्षों की तरह अगले 10 महीने तक युवाओं को छला जायेगा, महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे रहेगी और सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त रहेगी. ऐसी स्थिति में भाजपा मुख्य विपक्ष की भूमिका पूरी मजबूती से निभाएगी. भानु प्रताप शाही ने कहा कि वह एनडीए के अन्य दलों के विधायकों के साथ भी बैठक करेंगे.

'बीजेपी आदिवासी विरोधी नहीं': भानु प्रताप शाही ने कहा कि बीजेपी का इरादा सरकार गिराने का नहीं था. अब अगर सत्ताधारी दल का मुखिया ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए तो भाजपा अस्थिरता के लिए कैसे जिम्मेदार हो सकती है? उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासी विरोधी नहीं है. बीजेपी ने राज्य का पहला आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया, बीजेपी ने देश का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाया और यहां तक कि हेमंत सोरेन को बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री बनाया था.

क्या बजट सत्र के दौरान होगा कोई खेला?: इस सवाल के जवाब में कि क्या भारतीय जनता पार्टी विश्वास मत के बजाय आने वाले दिनों में बजट सत्र के दौरान कुछ खेला करके सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर सकती है. इस पर भानु प्रताप शाही ने कहा कि हम राजनीति में साधु बनने नहीं आये हैं. अगर सत्ताधारी दलों के विधायकों में आपसी मनमुटाव या ऐसी ही कोई स्थिति होगी तो बीजेपी उस वक्त के हिसाब से उचित फैसला लेगी. बीजेपी विधायक ने कहा कि फिलहाल वह नई सरकार पर 2019 में जनता से किए गए वादों को पूरा करने का दबाव बनाएंगे.

यह भी पढ़ें: सत्ताधारी दल की रिसोर्ट पॉलिटिक्स, भाजपा का डर या अपनों पर भरोसा नहीं?

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यह भी पढ़ें: सियासी घमासान के बीच बीजेपी की प्रदेश पदाधिकारियों की हुई अहम बैठक, झारखंड की सभी 14 सीटें जीतने का लिया संकल्प

भाजपा विधायक दल की बैठक

रांची: चंपई सोरेन सरकार के विश्वास मत के दौरान मुख्य विपक्षी दल भाजपा की क्या रणनीति होनी चाहिए, इसे लेकर रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी और विधायक दल के नेता अमर बाउरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में 20 बीजेपी विधायकों ने हिस्सा लिया और 05-06 फरवरी को बुलाए जाने वाले विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर रणनीति बनाई.

बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए विधायक और पार्टी उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन के विश्वास मत के दौरान पार्टी मुखर होकर विपक्ष की भूमिका निभाएगी और इसके लिए पार्टी व्हिप जारी करेगी.

'नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है चंपई सरकार': भानु प्रताप शाही ने कहा कि चंपई सोरेन की सरकार नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है. चंपई सोरेन ने शपथ लेने के बाद जिस तरह से कहा कि वह हेमंत सोरेन सरकार के काम को आगे बढ़ाएंगे, उससे साफ है कि यह सरकार भी उसी तरह काम करेगी. जैसा कि हेमन्त सोरेन की सरकार कर रही थी यानि पिछले 04 वर्षों की तरह अगले 10 महीने तक युवाओं को छला जायेगा, महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे रहेगी और सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त रहेगी. ऐसी स्थिति में भाजपा मुख्य विपक्ष की भूमिका पूरी मजबूती से निभाएगी. भानु प्रताप शाही ने कहा कि वह एनडीए के अन्य दलों के विधायकों के साथ भी बैठक करेंगे.

'बीजेपी आदिवासी विरोधी नहीं': भानु प्रताप शाही ने कहा कि बीजेपी का इरादा सरकार गिराने का नहीं था. अब अगर सत्ताधारी दल का मुखिया ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए तो भाजपा अस्थिरता के लिए कैसे जिम्मेदार हो सकती है? उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासी विरोधी नहीं है. बीजेपी ने राज्य का पहला आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया, बीजेपी ने देश का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाया और यहां तक कि हेमंत सोरेन को बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री बनाया था.

क्या बजट सत्र के दौरान होगा कोई खेला?: इस सवाल के जवाब में कि क्या भारतीय जनता पार्टी विश्वास मत के बजाय आने वाले दिनों में बजट सत्र के दौरान कुछ खेला करके सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर सकती है. इस पर भानु प्रताप शाही ने कहा कि हम राजनीति में साधु बनने नहीं आये हैं. अगर सत्ताधारी दलों के विधायकों में आपसी मनमुटाव या ऐसी ही कोई स्थिति होगी तो बीजेपी उस वक्त के हिसाब से उचित फैसला लेगी. बीजेपी विधायक ने कहा कि फिलहाल वह नई सरकार पर 2019 में जनता से किए गए वादों को पूरा करने का दबाव बनाएंगे.

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