पलामू: विधानसभा चुनाव अगले कुछ महीनों में होने वाला है. भारतीय जनता पार्टी में विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है. 20 जुलाई को पार्टी की कार्यसमिति की बैठक है. इस बैठक से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी-अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं. पलामू प्रमंडल भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ है. नौ में पांच विधायक भारतीय जनता पार्टी के हैं.
टिकट पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी में संभावित प्रत्याशी अपनी-अपनी लॉबी ढूंढ रहे हैं. कई प्रत्याशी जातीय समीकरण दूंढ रहे हैं. टिकट पाने के लिए कई नेता एक दूसरे को कमजोर साबित करने के लिए ताकत लगा रहे हैं. पार्टी में सबसे अधिक छतरपुर और डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के लिए नेता ताकत लगा रहे हैं. एक भाजपा नेता ने बताया कि टिकट पाने के लिए लोग दौड़ लगा रहे हैं, ऐसा हर बार होता है. लेकिन इस बार काफी दिलचस्प है, लोग कई तरह से ताकत लगा रहें है. सब का अपना-अपना तरीका है.
छतरपुर और डालटनगंज विधानसभा में सबसे अधिक प्रत्याशी लगा रहे दौड़
छतरपुर और डाल्टनगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कई चेहरे दौड़ लगा रहे हैं. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से आलोक चौरसिया जबकि छतरपुर से पुष्पा देवी विधायक हैं. 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में आलोक चौरसिया को रिकॉर्ड वोट मिला है. 2024 के लोकसभा चुनाव में डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से आलोक चौरसिया के नेतृत्व में पार्टी को रिकॉर्ड वोट मिला है.
पाटन छतरपुर से 2019 पुष्पा देवी भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ी थी और जीत हासिल किया था. डालटनगंज में छतरपुर विधानसभा सीट से कई नेता टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. डालटनगंज से भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री मनोज सिंह और पूर्व मेयर अरुणा शंकर भी टिकट की दौड़ में हैं. छतरपुर से पूर्व सांसद घूरन राम, प्रभात कुमार समेत कई नाम हैं जो टिकट की दौड़ में हैं.
पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, पार्टी जिसे भी टिकट देगी वह चुनाव मजबूती से लड़ेगा. टिकट का निर्णय आलाकमान करेगा. भारतीय जनता पार्टी विचारधारा वाली पार्टी है. पार्टी पूरे पलामू के इलाके में मजबूत है और सभी सीटों पर चुनाव जीतेगी. पार्टी जिसे भी सिंबल टिकट देगी कार्यकर्ता उसके साथ मजबूती से खड़े रहेंगे. अमित तिवारी, पलामू जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
दोनों विधानसभा क्षेत्र है अतिनक्सल प्रभावित
डालटनगंज और छतरपुर विधानसभा क्षेत्र अति नक्सल प्रभावित माने जाते हैं. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही बूढ़ापहाड़ का इलाका है. पलामू में सबसे अधिक पुलिस बल की तैनाती छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में ही है. दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कई ऐसे इलाके हैं जहां सामान्य व्यक्ति आसानी से नहीं पहुंच सकता है.