नई दिल्ली: दिल्ली में आए दिन आवारा कुत्तों के आतंक की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. उनके साथ दिल्ली के जागरूक लोगों तथा विभिन्न आरडब्ल्यूए संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे. आंदोलन में एमसीडी से कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए कारगर उपाय अपनाने की मांग की गई.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "आवारा कुत्तों की समस्या बढ़ती ही जा रही है. इससे दिल्ली वालों का जीना मुहाल हो गया है. उनका कहना है कि अकेले राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हर रोज 250 मामले और सफदरजंग अस्पताल में 200 मामले कुत्तों के काटने के आते हैं. इसी प्रकार दिल्ली में दो हजार लोगों को रोज कुत्ते काट रहे हैं, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं."
गोयल ने कहा, "आवारा कुत्तों के हमले में सबसे ज्यादा शिकार खेलने-कूदने वाले बच्चे हो रहे हैं. कुछ महीनों से राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक से हड़कंप मचा हुआ है. दिल्ली-एनसीआर के नोएडा, गाजियाबाद में आवारा और पालतू कुत्तों ने आतंक मचा रखा है. उन्होंने कहा कि वर्षों से आवारा कुत्तों की गणना नहीं हुई है. दिल्ली में ही अंतिम गणना 2009 में हुई थी. अकेले दिल्ली में 8 लाख से अधिक आवारा कुत्ते हैं. यदि रोकथाम नहीं हुई तो उनको 60 लाख होते देर नहीं लगेगी.
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गोयल ने कहा, आवारा कुत्तों के आतंक से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा कुत्तों की नसबन्दी होनी चाहिए. अस्पताल में पर्याप्त एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध होनी चाहिए. जिस भी व्यक्ति को कुत्ता काटे उसे राज्य सरकार मुआवजा दे.