पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इन दिनों पूरी राजनीति एनडीए और इंडिया गठबंधन के दो खेमों में बट चुकी है. आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने एक पोस्ट के जरिए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है. उनका आरोप है कि 'राजद की राजनीति हर तरह के अपराध को संरक्षण देती है'. उन्होंने अपराधिक छवि वाले कई विधायकों के नाम गिनाए हैं, जो लालू यादव के बेहद करीबी रहे हैं.
सुशील मोदी का लालू यादव पर निशानाः पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक्स पर किए अपने पोस्ट में कहा है कि लालू प्रसाद हमेशा ऐसे लोगों से घिरे रहे, जिनके लिए अपराध, भ्रष्टाचार और माफियागिरी सामान्य व्यवहार है. राजद के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि विधायक शम्भू नाथ यादव, सुभाष यादव, अरुण यादव, राजबल्लभ यादव (पूर्व विधायक) जैसे लोगों को लालू प्रसाद संरक्षण देते रहे. जब इनके खिलाफ कार्रवाई हुई, ईडी के छापे पड़े, तब विक्टिम कार्ड खेला जाने लगा.
'शराब माफिया राजद को फंडिंग करते हैं': उन्होंने आगे लिखा है कि लालू परिवार भ्रष्टाचारियों को पीड़ित बता कर उनका राजनीतिक बचाव कर रहा है. बालू और शराब माफिया के लोग राजद को पॉलिटिकल फंडिंग करते रहे और लालू परिवार के कालेधन को सफेद करने में भी पीछे नहीं रहे. जिस सुभाष यादव की कंपनी पर ईडी का छापा पड़ा, उसने राबड़ी देवी के तीन फ्लैट एक ही दिन खरीदे थे, क्या इस पर जांच एजेंसियों को पूछताछ नहीं करनी चाहिए?
"लालू प्रसाद हमेशा ऐसे लोगों से घिरे रहे, जिनके लिए अपराध, भ्रष्टाचार और माफियागिरी सामान्य व्यवहार है. राजद के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं है. राजद की राजनीति हर तरह के अपराध को संरक्षण देती है"- सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री बिहार
लालू के करीबियों पर हो रही कार्रवाईः दरअसल इन दिनों लालू यादव के कई करीबियों के ठिकानों पर ईडी की लगातार छापेमारी चल रही है. कल बुधवार को ही आरजेडी विधायक शंभू यादव के घर पर ईडी की रेड पड़ी थी. शंभू यादव पूर्व में लालू प्रसाद यादव के बॉडीगार्ड भी रह चुके हैं. इन पर आए से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. इससे पहले भोजपुर में आरजेडी विधायक किरण देवी के भी कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी हुई थी. इन तमाम कार्रवाईयों पर आरजेडी का कहना है कि ये बदले की भावना से किया जा रहा है, ताकि चुनाव के समय पार्टी का मनोबल टूट सके.
ये भी पढ़ेंः