पलामू: झारखंड में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेताओं के तल्ख टिप्पणी भी शुरू हो गई हैं. गढ़वा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बाहरी-भीतरी को लेकर टिप्पणी की. मुख्यमंत्री ने विधानसभआ चुनाव के बाद बाहरी लोगों को बोरे में बांधकर बाहर फेंकने की बात कही है. जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई.
सीएम हेमंत सोरेन के इस भाषण के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी मुख्यमंत्री के बयान की कड़ी निंदा की है. चतरा के पूर्व सांसद सह बीजेपी नेता सुनील सिंह ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन अगर अपने वचन के पक्के हैं तो सबसे पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करें. उनकी कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए, सबको पता है की बाहरी कौन है. सीएम को यह बताना चाहिए कि उनके परिवार में बाहरी कौन हैं. भारत में किसी भी व्यक्ति को कहीं भी जाने का अधिकार है. गढ़वा में खड़े होकर वह बोल रहे हैं कि यहां के आदिवासियों के साथ छलावा किया गया है.
नेतरहाट के इलाके में केंद्र की सरकार ने पर्यटन के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और पैसे भी दिए हैं. आज तक उनके राज्य सरकार ने हिसाब नहीं किया है. सीएम हेमंत सोरेन के बयान को लेकर उन्होंने कड़ी टिप्पणी की और कहा है कि यह द्वेष फैलाने की राजनीति हो रही है. सुनील सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने परिवर्तन यात्रा का पलामू पर प्रमंडलीय प्रभारी बनाया है. वे पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर मीडिया के साथ बातचीत में ये तमाम बातें कही हैं.
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