अजमेर: भाजपा सदस्यता अभियान को गति देने के लिए प्रदेश में सत्ता और संगठन के पदाधिकारी जुटे हुए हैं. इस कड़ी में प्रदेश महामंत्री और पूर्व सांसद संतोष अहलावत गुरुवार को अजमेर पहुंची. यहां प्रेसवार्ता में संतोष अहलावत ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट पर निशाना साधा.
अहलावत ने कहा कि पायलट को पीछे मुड़कर देखना चाहिए कि विगत उनकी कांग्रेस सरकार ने क्या-क्या गुल खिलाए हैं. पांच वर्ष 5 सितारा होटलों में बैठक कर नूराकुश्ती लड़ने वाले लोगों ने प्रदेश को गर्त में डाल दिया. युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया. प्रदेश को महिलाओं के लिए असुरक्षित बनाने और अपराधों में बढ़ोत्तरी करवाने वाले लोग ने प्रदेश को शर्मनाक स्थिति में ला दिया. 6 माह में ही कांग्रेस के नेता उस शर्मनाक स्थिति को भूल गए. विगत सरकार में उनकी कार्यशैली और अपने कामों को याद ना करके बेबुनियाद बातों से राजस्थान को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं.
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डोटासरा नौटंकी करते हैं: अहलावत ने डोटासरा के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि डोटासरा नौटंकी करते हैं. वे मेरे क्षेत्र के ही रहने वाले हैं, मैं उन्हें जानती हूं. डोटासरा जिस तरह की टिप्पणी करते हैं, वैसी बात हर किसी के मुंह से नहीं निकलती है. उन्होंने कहा कि डोटासरा को उनकी सरकार और संगठन याद नहीं है, किस तरह से कुर्सियां उठाकर एक दूसरे का सिर फोड़ने की कोशिश की गई थी. डोटासरा उनकी सरकार के कारनामे भूल गए हैं, लेकिन जनता को सब याद है.
100 दिन की कार्ययोजना में हुए 50 फीसदी काम: उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के पहले 100 दिन की कार्ययोजना में ही जनता से किए 50 फीसदी वादे पूरे कर दिए गए हैं. भाजपा में अंदरूनी कलह के सवाल पर अहलावत ने कहा कि भाजपा में एकता इतनी है कि किसी अन्य राजनीतिक दल में नहीं है. जीतने ज्यादा बर्तन होते हैं, उतने ही आपस में भीड़ते भी हैं. इन बातों को तरजीह नहीं दी जानी चाहिए. सकारात्मक रूप से संगठन में काम हो रहा है. देश में 19 करोड़ सदस्य भाजपा से जोड़ने का लक्ष्य है और सब देखेंगे कि समस्त भाजपा कार्यकर्ता इस लक्ष्य को पूरा करेगा.
नाराजगी तो परिवार में भी होती है: एक सवाल के जवाब में अहलावत ने कहा कि नाराजगी तो परिवार में भी होती है. जैसे बच्चे अपने माता-पिता से कुछ मांगते हैं और उन्हें नहीं मिलता है, तो वह अपनी नाराजगी दिखाते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चों के प्रति उनकी जिम्मेदारी कम हो गई है. उन्होंने कहा कि मंत्री और विधायकों पर आरोप लगाते हैं कि वह काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार कुछ नहीं कर रही है. प्रेस वार्ता में अहलावत के अलावा राजस्थान देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओम प्रकाश भडाणा, शहर भाजपा अध्यक्ष रमेश सोनी और भाजपा मीडिया संभाग प्रभारी अनीश मोयल, रचित कच्छावा समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.