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4 दिन के शीतकालीन सत्र पर भड़का विपक्ष, स्पीकर को सरकार की कठपुतली बनकर काम न करने की दी नसीहत

सुक्खू सरकार के दो साल पूरे होने पर जश्न और विधानसभा सत्र को लेकर भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने जमकर निशाना साधा.

रणधीस शर्मा ने सुक्खू सरकार पर साधा निशाना
रणधीस शर्मा ने सुक्खू सरकार पर साधा निशाना (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 29, 2024, 6:45 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक तय किया गया है. इस बार केवल चार दिन का सत्र रहेगा. जिसको लेकर विपक्ष भड़का हुआ है. भाजपा ने सरकार पर विपक्ष के सवालों से भागने का आरोप लगाया हैं. यही नहीं विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया पर सरकार की कठपुतली की तरह काम करने के भी आरोप लगाया.

भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा, "विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है और उसका विपक्ष भी सम्मान करता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के बयान ठीक नहीं है. बीजेपी के नौ विधायकों के खिलाफ शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर निर्णय आएगा. मॉनसून सत्र में क्यों कार्रवाई नहीं की गई? लेकिन अब जब सीपीएस मामले में सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट का निर्णय आया है तो विधानसभा अध्यक्ष भाजपा के 9 विधायक पर कारवाई की बात कर रहे हैं. विधानसभा के अध्यक्ष अपने पद की गरिमा बनाए रखें और सरकार की कठपुतली बनकर काम न करें. कानून से ऊपर खुद को समझने की भूल न करें. विधानसभा अध्यक्ष अगर भाजपा के विधायकों को लेकर फैसला लेते हैं तो भाजपा हर स्तर पर उसका मुकाबला करने को तैयार है".

वहीं रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार दो साल के कार्यकाल का जश्न मनाने जा रही हैं. लेकिन किस बात जश्न मनाया जा रहा है? इसको लेकर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. हिमाचल की देश दुनिया में बदनामी का सरकार जश्न मनाने जा रही है. कानून व्यवस्था की हालत खराब है. एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई है. क्या कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग करने का मुख्यमंत्री जश्न मनाने जा रहे हैं. इसके अलावा सीएम के पास कोई उपलब्धि नहीं है. भाजपा सरकार की जनविरोधी निर्णयों को लेकर जनता के बीच में जाएगी और सरकार की कारगुजारियों का पर्दाफाश किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में ओपीएस लागू करने का ये हुआ नुकसान, सुखविंदर सुक्खू सरकार को अब आखिरी तिमाही की लोन लिमिट का इंतजार

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक तय किया गया है. इस बार केवल चार दिन का सत्र रहेगा. जिसको लेकर विपक्ष भड़का हुआ है. भाजपा ने सरकार पर विपक्ष के सवालों से भागने का आरोप लगाया हैं. यही नहीं विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया पर सरकार की कठपुतली की तरह काम करने के भी आरोप लगाया.

भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा, "विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है और उसका विपक्ष भी सम्मान करता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के बयान ठीक नहीं है. बीजेपी के नौ विधायकों के खिलाफ शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर निर्णय आएगा. मॉनसून सत्र में क्यों कार्रवाई नहीं की गई? लेकिन अब जब सीपीएस मामले में सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट का निर्णय आया है तो विधानसभा अध्यक्ष भाजपा के 9 विधायक पर कारवाई की बात कर रहे हैं. विधानसभा के अध्यक्ष अपने पद की गरिमा बनाए रखें और सरकार की कठपुतली बनकर काम न करें. कानून से ऊपर खुद को समझने की भूल न करें. विधानसभा अध्यक्ष अगर भाजपा के विधायकों को लेकर फैसला लेते हैं तो भाजपा हर स्तर पर उसका मुकाबला करने को तैयार है".

वहीं रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार दो साल के कार्यकाल का जश्न मनाने जा रही हैं. लेकिन किस बात जश्न मनाया जा रहा है? इसको लेकर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. हिमाचल की देश दुनिया में बदनामी का सरकार जश्न मनाने जा रही है. कानून व्यवस्था की हालत खराब है. एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई है. क्या कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग करने का मुख्यमंत्री जश्न मनाने जा रहे हैं. इसके अलावा सीएम के पास कोई उपलब्धि नहीं है. भाजपा सरकार की जनविरोधी निर्णयों को लेकर जनता के बीच में जाएगी और सरकार की कारगुजारियों का पर्दाफाश किया जाएगा.

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