रोहतक: रोहतक की जिला परिषद चैयरमैन और बीजेपी नेता मंजू हुड्डा पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. उनके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया है. मंजू हुड्डा के ऊपर जो जिन धाराओं में केस दर्ज हुआ है वो गैर जमानती हैं, इसलिए उनका जेल जाना तय माना जा रहा है. मंजू हुड्डा के अलावा उनके पति और गैंगस्टर रह चुके राजेश सरकारी के ऊपर भी केस दर्ज हुआ है.
पार्षद के बेटे का अपहरण
दरअसल 23 अक्टूबर को जिला परिषद चेयरमैन मंजू हुड्डा के खिलाफ 10 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं. उससे एक दिन पहले अविश्वास प्रस्ताव में शामिल महिला पार्षद के 15 वर्षीय बेटे का अपहरण हो गया. उसके बाद आरोपियों ने बच्चे की मां और पार्षद नीलम को फोन करके अविश्वास प्रस्ताव से हटने के लिए कहा. अपहरण का आरोप लगा चेयरमैन मंजू हुड्डा और उनके पति गैंगस्टर राजेश सरकारी पर. हलांकि बच्चे को करीब 1 घंटे के अंदर रोहतक दिल्ली रोड पर एक होटल पर छोड़ दिया गया था, जिसे सकुशल बरामद कर लिया गया. पीड़ित पार्षद की शिकायत पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़कर हुईं चर्चित
मंजू हुड्डा उस समय चर्चा में आईं जब विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें रोहतक की गढ़ी सांपला किलोई सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ अपना प्रत्याशी बनाकर उतारा. हलांकि विधानसभा का चुनाव मंजू हुड्डा बड़े अंतर से हार गईं. मंजू हुड्डा पिछले करीब 2 साल से रोहतक जिला परिषद की चेयरमैन हैं. लेकिन 14 में से 10 पार्षद अब उनके कामकाज से खुश नहीं हैं इसलिए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं.
मंजू हुड्डा ने आरोपों को बताया साजिश
अपहरण के आरोपों पर मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसे अपने खिलाफ साजिश बताई है. मंजू हुड्डा ने एक वीडियो जारी करके कहा कि सुबह से मेरे पास फोन आ रहा है कि हमारी पार्षद नीलम के बेटे को किसी ने अगवा कर लिया है, जिसमें आपका नाम आ रहा है.मैं आप सभी को ये बताना चाहती हूं कि मेरा इन मामलों में कोई लेना-देना नहीं है. अभी-अभी मैने विधानसभा का चुनाव लड़ा. ये चुनाव मैने इतनी शांतिपूर्वक लड़ा है कि मैने किसी से ऊंची आवाज में बात नहीं की है. मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं. मेरे ऊपर लगाये गये आरोप निरर्थक, झूठे और मेरी छवि को बदनाम करने की साजिश है. मेरा और मेरे परिवार का इन बातों से कोई लेना देना नहीं है.
मंजू हुड्डा पति के साथ फरार
सांपला थाना पुलिस ने राजेश सरकारी और उनकी पत्नी मंजू हुड्डा के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. फिलहाल दोनों फरार बताये जा रहे हैं. पीड़ित पक्षा का कहना है कि अपहरण के समय गाड़ी में कई और भी लोग सवार थे. पुलिस जांच में ये पता चलेगा कि वो कौन लोग हैं. उन्होंने खुलकर कहा कि मंजू हुड्डा के पति राजेश गैंगस्टर हैं, इसलिए उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है.
मंजू हुड्डा के पति राजेश सरकारी गैंगस्टर
मंजू हुड्डा रोहतक जिला परिषद की चेयरमैन हैं. नवंबर 2022 में वो सर्वसम्मति से जिला परिषद चेयरमैन चुनी गईं थी. उसके बाद दिसंबर 2022 में ही वो बीजेपी में शामिल हो गईं. प्रदेश की वीआईपी सीट गढ़ी सांपला किलोई से बीजेपी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ उम्मीदवार बनाया था. हलांकि वो चुनाव हार गईं. मंजू हुड्डा का पति राजेश सरकारी हरियाणा का गैंगस्टर रहा है. कई साल वो जेल में सजा काट चुका है. उसके ऊपर हत्या, डकैती और हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. हलांकि मंजू हुड्डा इस मामले में सफाई देती हैं कि अब वो बदल चुके हैं और पिछले कई साल से वो समाजसेवी का जीवन जी रहे हैं.
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