बस्ती: उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाएं पटरी पर आने का नाम नहीं ले रहीं हैं. जनपद के मेडिकल कॉलेज का एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक भी अपना माथा पकड़ने को मजबूर हो जाएंगे. बीजेपी के एक नेता ने बस्ती मेडिकल कॉलेज की दुर्व्यवस्था का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इससे सरकार की किरकिरी हो रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करोड़ों रुपये की लागत से बने बस्ती के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन पिछले कार्यकाल में किया था. आज इस अस्पताल की स्थिति दयनीय हालत में है. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बस्ती मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड का वीडियो बनाया. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है, कि मरीज कैसे अंधेरे में इलाज करने को मजबूर है. वही वीडियो में आगे तभी दिखाया कि जिन बेड पर पेशेंट लेते हुए हैं, वे भी काफी गंदे हालत में है. यहां तक कि बेड के नीचे लगे गद्दे इस कदर फट चुके हैं. मरीजों को गंदे और फटे फोम से ही काम चलाना पड़ रहा है.
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मेडिकल कॉलेज बस्ती में न बेड है, न दवाओं का भी कोई बेहतर इंतजाम है. वीएचएम के जिला अध्यक्ष ने बताया, कि अंधेरे में मरीजों का इलाज डॉक्टर कैसे करते होंगे, यह एक बड़ा सवाल हैअपनी ही सरकार की जमीनी हकीकत से रूबरू करवाने वाले समाज सेवक नेता अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए उनका ध्यान आकर्षित करने का आग्रह किया है.
इस मामले को लेकर जब हमने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि जो कमियां बताई जा रही है वो सही नहीं है. मेडिकल कॉलेज में मरीजों को बेहतर सुविधा दी जा रही है. लाइट कुछ समय के लिए कभी जाती है, तो तुरंत ही जेनसेट की व्यवस्था करके बिजली की सुविधा को बहाल करवा दिया जाता है.
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