बस्तर: दक्षिण बस्तर के 4 पत्रकारों को चिंतुर में अवैध गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद पूरे बस्तर संभाग के पत्रकारों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक जांच टीम गठित की. कांग्रेस जांच दल ने राजमेंदरी जेल में पत्रकारों से मिलने के साथ ही कोंटा और चिंतुर भी पहुंची. जांच कर लौटने के बाद जांच दल के सदस्यों ने फर्जी तरीके से पत्रकारों को फंसाने का आरोप भाजपा पर लगाया.
भाजपा के बड़े नेताओं के संरक्षण में पत्रकारों पर कार्रवाई का आरोप: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और कांग्रेस जांच दल के सदस्य मोहन मरकाम ने बताया-" हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि भाजपा के विष्णुदेव साय सरकार के संरक्षण में बस्तर, कोंटा के साथ साथ दूसरे जिलों से रेत और खनिज संसाधनों की तस्करी बेरोकटोक दूसरे राज्यों में की जा रही है. हजारों गाड़ियां रेत से डंप है. भाजपा के स्थानीय नेता, पी विजय और पवन उर्फ सिद्धु भाजपा युवा मोर्चा के नेता है. जो रेत तस्करी में पुलिस प्रशासन और माइनिंग से मिलीभगत कर बड़ी भूमिका में हैं. पी विजय और पवन लगातार भाजपा के बड़े नेता औ मंत्रियों के संपर्क में थे."
कांग्रेस सड़क से सदन तक लड़ेगी लड़ाई: कोंटा विधायक व जांच दल के सदस्य कवासी लखमा ने कहा कि " रेत के अवैध खनन की जानकारी बस्तर के पत्रकारों ने गृहमंत्री को दी. उसके बाद ही चालाकी से बस्तर के 4 पत्रकारों को जेल भेजा गया. जब तक चारों पत्रकारों को नहीं छोड़ा जाएगा और भाजपा नेता पी विजय को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा. "
पत्रकारों की गिरफ्तारी में जो भी दोषी उस पर होगी कार्रवाई: भाजपा के विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि "इस मामले में कोंटा थाना प्रभारी पर कार्रवाई हुई है. यदि भाजपा नेता या किसी का भी नाम आयेगा तो उस पर कार्रवाई होगी. छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पत्रकारों के संरक्षण के लिए हमेशा खड़ी है. इस मामले को लेकर सीएम से बातचीत भी की जाएगी."