देवघर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की करारी हार हुई है. बीजेपी नेता लगातार अपनी हार के कारणों को जानने में जुटे हुए हैं. सारठ में रणधीर सिंह को भी झामुमो के उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह से हार का सामना करना पड़ा. इसके हार रणधीर सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि आखिर क्यों उन्हें और उनकी पार्टी को हार गई.
बीजेपी की हार की क्या रही वजह
रणधीर सिंह झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में हार की एक बड़ी वजह परंपरागत वोटरों के बिखराव को मानते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक तरफ को झामुमो और उनके सहयोगियों को एक मुश्त वोट मिले दूसरी तरफ उनके वोटों में बिखराव हुआ जिसके कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
रणधीर सिंह ने कहा कि उनकी हार के कारणों में मुस्लिम वोटरों का एकमुश्त वोट, बीजेपी के वोटरों में बिखराव, प्रशासन का झामुमो को समर्थन और मंईयां सम्मान योजना के कारण महिलाओं का झामुमो को वोट दिया जाना शामिल है. भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक का मानना है कि सरकार द्वारा लाई गई मंईयां सम्मान योजना हार का एक मुख्य कारण है. सरकार की इस योजना की वजह से राज्य की आधी आबादी का वोट भारतीय जनता पार्टी से दूर चला गया.
कौन बनेगा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि तो मुसलमान वोट कभी भी बीजेपी को नहीं मिला है और भाजपा इसकी उम्मीद भी नहीं कर रही है. इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी यह ख्याल रखेगी कि जो भी अध्यक्ष बने वह हिंदू हो. वहीं सवर्ण और ओबीसी वोट को साधने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चयन करेगी.
मंईयां सम्मान योजना से रुकेगा झारखंड में विकास
बीजेपी नेता ने कहा कि झारखंड में मंईयां सम्मान योजना के कारण विकास प्रभाविक होगा. उन्होंने कहा कि जो भी पैसा है उससे या तो विकास हो सकता है या फिर महिलाओं को पैसा दिया जा सकता है. अगर सरकार विकास कार्य करती है तो महिलाओं को पैसे नहीं दे पाएगी और अगर पैसे देगी तो विकास नहीं हो पाएगा.
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