पलामू: पलामू लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार विष्णुदयाल राम को टिकट दिया है. विष्णुदयाल राम 2014 और 2019 में भाजपा के टिकट पर पलामू से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. विष्णुदयाल राम 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और झारखंड के डीजीपी रह चुके है.
उम्र सीमा को लेकर कई तरह की चर्चाएं थीं लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से विष्णु दयाल राम पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है. विष्णु दयाल राम मूल रूप से बिहार के बक्सर के नैनीजोर के रहने वाले हैं. नेतरहाट आवासीय स्कूल से उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई है. 1973 में भारतीय पुलिस सेवा के लिए चयन हुआ था. 2005 और 2007 में विष्णु दयाल राम झारखंड के डीजीपी बने थे. 2007 से 2010 तक झारखंड के डीजीपी रहे हैं. विष्णुदयाल राम बिहार के भागलपुर और पटना के एसपी भी रह चुके हैं.
डीजीपी के पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और 2014 में पहली बार पलामू से सांसद चुने गए थे. सांसद बनने के बाद विष्णु दयाल राम को विदेशी संबंधी समिति का स्थाई सदस्य बनाया गया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर विष्णु दयाल राम को 7,55,659 जबकि राजद के घूरन राम को 2,78,053 वोट मिले थे.
2019 में सांसद चुने जाने के बाद विष्णुदयाल राम ने लोकसभा में पलामू के विषय दर्जनों बार आवाज उठाई है. सांसद बनने के बाद विष्णु दयाल राम ने पलामू के इलाके में 21 सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दिलवाई है. पलामू और गढ़वा केंद्र सरकार के आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल है, इस सूची से दोनों जिलों को बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती है.
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