नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम की बैठक स्थगित होने के बाद आम आदमी पार्टी के अधिकांश पार्षद सदन से बाहर चले गए. इस खुशी में भाजपा पार्षदों ने सदन के अंदर ही लाउडस्पीकर पर भाजपा का चुनावी गाने बजाकर डांस करना शुरू कर दिया. भाजपा का यह गाना खास लोकसभा चुनाव के लिए तैयार किया गया है. इस दौरान सदन में भाजपा के करीब 15 पार्षद मौजूद रहे.
सदन में भाजपा पार्षदों ने भाजपा के चुनावी गाने 'अबकी बार 400 पार देखना चाहे, मेरा देश एक बार फिर से मोदी जी की सरकार देखना चाहे' पर जमकर थिरकते नजर आए. इतना ही नहीं सदन में भाजपा पार्षदों के द्वारा मौजूद कुछ आप पार्षदों से मजाकिया इशारे भी करते नजर आए. डांस में सबसे ज्यादा छाए रहे बीजेपी पार्षद राजपाल सिंह और एक महिला पार्षद. अन्य पार्षद भी तालियां बजाकर उनका साथ दे रहा थे. इनमें भाजपा पार्षद अंजू अमन कुमार समेत अन्य पार्षद भी शामिल रहे.
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देखिए भाजपा के पार्षद नाच रहे हैं । एक दलित के बेटे का हक़ मारने के बाद भाजपा के पार्षद ख़ुशियाँ मना रहे हैं।
— Gopal Rai (@AapKaGopalRai) April 26, 2024
आज बाबा साहेब अंबेडकर होते तो ये अन्याय होने ना देते । pic.twitter.com/GFZK4IIBo6
दरअसल, अप्रैल में निगम सदन की पहली बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर का प्रस्तावित होना था. एक दिन पहले तक चुनाव कराने के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने के कारण चुनाव स्थगित हो गया. शुक्रवार को अन्य मुद्दों को लेकर निगम की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के द्वारा सदन में हंगामा होने के चलते सदन की बैठक अगली तारीख तक स्थगित कर दी गई.
चुनाव कराने के लिए आप कर रही कोर्ट जाने की तैयारीः सदन की बैठक स्थगित होने के बाद मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की भी बात कही. उन्होंने पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं करने को लेकर भी एलजी पर निशाना साधा. शैली ओबेरॉय ने बीजेपी पर जानबूझकर मेयर चुनाव रोकने का आरोप लगाया.
आप विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा की संविधान में यह व्यवस्था दी गई है कि 5 साल के मेयर के कार्यकाल में एक साल का कार्यकाल अनुसूचित जाति के मेयर के लिए होगा.भाजपा ने इस चुनाव को रोककर अपने दलित विरोधी होने का संदेश दिया है, लेकिन हम भाजपा की यह तानाशाही नहीं चलने देंगे. हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे. कोर्ट जाने को लेकर हम वकीलों से और अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं. इस मामले में जल्द ही अगला कदम उठाया जाएगा.
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बीजेपी की चुनावी चाल को नहीं होने देंगे कामयाबः वहीं, नेता सदन मुकेश शर्मा ने कहा कि हमेशा से लोकसभा चुनाव के समय मेयर का चुनाव होता रहा है. लेकिन इस बार ही क्यों एलजी के द्वारा चुनाव पर रोक लगा दी गई. अगर उन्हें मुख्यमंत्री का इनपुट चाहिए था तो फाइल को मुख्यमंत्री के पास भेजा जाना चाहिए था या फाइल को शहरी विकास विभाग के पास भेजते तो शहरी विकास मंत्री की ओर से उस पर इनपुट दिया जाता. लेकिन, फाइल को सीधे शहरी विकास मंत्री के सचिव से मुख्य सचिव के पास भेज दिया गया और मुख्य सचिव ने उसको एलजी के पास भेज दिया. यह चुनाव को रोकने की सोची समझी साजिश थी, जिसको हम कामयाब नहीं होने देंगे.
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