फतेहाबाद: टोहाना से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने अपनी हार पर भड़ास निकाली है. उन्होंने साथ नहीं देने वाले पार्टी नेताओं को जयचंदों की संज्ञा दी है और कहा है कि उन जयचंदों को धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने क्षेत्र के विकास को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है.
बता दें कि पूरे चुनाव के दौरान भाजपा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला देवेंद्र बबली के चुनाव प्रचार से दूर रहे. यहां तक की सीएम नायब सिंह सैनी और गृह मंत्री अमित शाह की रैलियों में भी उन्होंने शिरकत नहीं की थी. हालांकि अमित शाह के दौरे से दो दिन पहले ही उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था. राजनीतिक पंडित मानते हैं कि बिना नाम लिए देवेंद्र बबली ने सुभाष बराला पर निशाना साधा है.
"पार्टी को मां बताने वालों ने ही छुरा घोंपा" : देवेंद्र बबली ने आगे कहा कि कुछ जगह कई इशु रहे, कई लोगों ने भीतरघात किया है, लेकिन ये सब मामले पार्टी के संज्ञान में है और पूरा विश्वास है कि पार्टी इस पर एक्शन लेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनी मां बताने वाले लोगों ने ही पार्टी की पीठ और छाती पर छुरे मारे हैं.
"यहां गुंडागर्दी नहीं चलेगी" : उन्होंने आगे कहा कि सब जानते हैं कि उन्होंने ढोंग किए, जिन्होंने टोहाना की छवि खराब करने का काम किया. टोहाना की बहन-बेटी की आबरू उतारने का काम किया, गुंडागर्दी का काम किया. अब वे फिर से टोहाना में गुंडागर्दी के प्रयास में हैं, लेकिन मैं चेताना चाहता हूं कि जनता ने फिर मुझे 78 हजार से ज्यादा वोट दिए हैं, इसलिए मैं यहां गुंडागर्दी नहीं चलने दूंगा.
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