जयपुर. राजस्थान के 13 जिलों के लिए बहुप्रतीक्षित पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर रविवार को नई दिल्ली में त्रिपक्षीय एमओयू साइन हुआ. इस समझौते के बाद भाजपा इसे लोकसभा चुनाव के लिहाज से भुनाने में जुटी गई है. कांग्रेस को घेरने के साथ ही सीएम भजनलाल के स्वागत सत्कार का सिलसिला चला. दरअसल, दिल्ली में हुए समझौते के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जयपुर एयरपोर्ट से विधानसभा तक स्वागत हुआ. वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी से लेकर कई मंत्री इस समझौते पर सीएम भजनलाल और पीएम मोदी का आभार जताए. जोशी ने इस समझौते को राजस्थान के विकास में मील का पत्थर करार दिया तो मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने तो सीएम भजनलाल को भागीरथ तक बता दिया.
जयपुर एयरपोर्ट से विधानसभा तक स्वागत : इस निर्णय के बाद सीएम भजनलाल शर्मा जब नई दिल्ली से जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे, तब वहां विभिन्न जिलों से आए लोगों ने उन्हें धन्यवाद दिया. मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए लोगों ने कहा कि ईआरसीपी को लेकर उनकी वर्षों पुरानी आस अब पूरी हुई है. इससे राज्य के 13 जिलों में 2.80 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. इससे 25 लाख से अधिक किसान परिवार लाभान्वित होंगे. साथ ही औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए भी पानी मिल सकेगा. इसके बाद सीएम सीधे विधानसभा पहुंचे, जहां पर भाजपा के विधायकों ने उनका नारेबाजी के साथ स्वागत किया.
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मील का पत्थर साबित होगा ऐतिहासिक समझौता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जिसका इंतजार राजस्थान की जनता कर रही थी, वो इंतजार खत्म हो गया है. भाजपा ने चुनाव से पहले अपने संकल्प पत्र में कहा था वो करके दिखाया. हमारी प्राथमिकता ERCP को लाना था,वो पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा हो रहा है. इस योजना की स्वीकृति राजस्थान विकास के पथ में मील का पत्थर साबित होगी. मध्यप्रदेश और राजस्थान की सरकार ने मिल कर 13 जिलों के लोगों का सपना पूरा किया है. 20 साल का विवाद खत्म हुआ और एक अध्याय बन गया. 13 जिलों की 83 विधानसभा को इसका लाभ मिलेगा. जोशी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में इसे सिर्फ चुनावी वक्त में याद किया था. बिना किसी योजना के घोषणा करने आदत कांग्रेस की रहेगी.
सीएम को बताया 'भगीरथ' : मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सीएम भजनलाल भगीरथ बन कर आए हैं. 13 जिलों को पानी का लाभ मिलेगा. कांग्रेस सरकार ने सिर्फ इसे अटकाए रखा, लेकिन प्रदेश में डबल इंजन की सरकार इसे मूर्त रूप दे रही है. मीणा ने आगे कहा कि ईआरसीपी के तहत पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर और टोंक के लोगों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही भूजल के स्तर में भी वृद्धि होगी.
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एमओयू के अनुसार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना में सम्मिलित रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज, नवनैरा बैराज, मेज बैराज, राठौड़ बैराज, डूंगरी बांध, रामगढ़ बैराज से डूंगरी बांध तक फीडर तंत्र, ईसरदा बांध का क्षमतावर्धन व पूर्वनिर्मित 26 बांधों का पुनरुद्धार किया जाएगा. इतना ही नहीं किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की भी तारीफों के पूल बंधे. उन्होंने कहा कि राजे के समय इस महत्वकांक्षी योजना का प्लान तैयार हुआ था.