लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारी है. क्योंकि 9 विधायक सांसद बन गए हैं, वहीं एक विधायक को सजा मिलने के बाद सीट रिक्त हुई है. चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक रिक्त सीटों पर 6 महीने के अंदर चुनाव होना है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. उपचुनाव के संबंध में मंत्रियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है. क्षेत्र के समीकरण देखते हुए जाति और क्षेत्रीय प्रभाव का ध्यान रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कुछ मंत्रियों की ड्यूटी आठ विधानसभा क्षेत्र में लगा दी है. जबकि अभी दो और विधानसभा क्षेत्र में ड्यूटी लगाई जानी है.
बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यूपी विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों में बीजेपी जुट गई है. आठ विधानसभा में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है. यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. अभी दो और विधानसभा क्षेत्र में ड्यूटी लगाई जानी है. अम्बेडकर नगर की कटेहरी कुर्मी बाहुल्य सीट है. यहां से सपा के विधायक लालजी वर्मा सांसद बन गए हैं. इस सीट पर बीजेपी के कुर्मी नेता स्वतंत्र देव सिंह और अपना दल नेता आशीष पटेल को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, कानपुर की शीशामऊ से विधायक इरफान सोलंकी को सजा हो जाने की वजह से रिक्त हो गई है. यहां राज्य के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना को जिम्मेदारी दी गई है.
अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा सीट से विधायक अवधेश प्रसाद समाजवादी पार्टी के सांसद बने गए हैं. इसलिए इस सीट पर राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, करहल सीट से विधायक रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब कन्नौज से सांसद हो गए हैं. यहां से राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की जिम्मेदारी लगाई गई है. फूलपुर से विधायक प्रवीण पटेल भी सांसद बन गए हैं. ऐसे में मंत्री राकेश सचान को यहां जिम्मेदारी दी गई है. मझवां से विधायक रमेश बिंद भदोही से सांसद हो गए हैं. इस सीट की जिम्मेदारी श्रम मंत्री अनिल राजभर को जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह गाज़ियाबाद से विधायक अतुल गर्ग सांसद निर्वाचित हो चुके हैं. इस सीट पर मंत्री सुनील शर्मा को उप चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है. मीरापुर से रालोद के चंदन चौहान सांसद बन गए हैं. इसलिए उपचुनाव होगा. इस सीट से मंत्री अनिल कुमार को लगाया गया है.