फिरोजाबाद: लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने फिरोजाबाद लोकसभा सीट के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी में एकदम नए चेहरे को टिकट दिया है. पूर्व सांसद बृजराज सिंह के बेटे ठाकुर विश्वदीप सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. विश्वदीप सिंह साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भी बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े थे. लेकिन, तीसरे स्थान पर रहे थे. इस बार उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है. माना जा रहा है, कि क्षत्रिय वोट बैंक में सेंध न लग सके इसलिए भाजपा ने ठाकुर प्रत्याशी को टिकट दिया है. आइए जान लेते हैं कि अब कौन-कौन से प्रत्याशी इस सीट पर प्रमुख रूप से मैदान में है और जीत हार के क्या समीकरण बन सकते हैं.
विश्वदीप सिंह बीजेपी उम्मीदवार: फिरोजाबाद लोकसभा सीट के लिए 7 मई यानी कि तीसरे चरण में वोट डाले जाएंगे. सभी राजनीतिक दलों ने प्रत्याशियों की भी घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को एक अप्रत्याशित नाम विश्वदीप सिंह को फिरोजाबाद लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. राजनीतिक दलों में समाजवादी पार्टी ने पार्टी के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने जैन समाज के नेता सत्येंद्र जैन सौली को टिकट दिया है.
2014 में बीएसपी की टिकट पर लड़ा था चुनाव: भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की बात करें, तो ठाकुर विश्वदीप सिंह जिन्हें भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है, वह शिक्षाविद के रूप में जाने जाते हैं. कई स्कूलों के भी संचालन में भी उनकी अहम भूमिका है. इसके अलावा वह कांच कारोबारी भी हैं. उनकी राजनीतिक पहचान अपने पिता से हैं. ठाकुर विश्वदीप सिंह के पिता बृजराज सिंह 1957 में फिरोजाबाद लोकसभा से निर्दलीय सांसद चुने गए थे. हालांकि विश्वदीप सिंह की बात करें तो वह साल 2014 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे और अक्षय यादव चुनाव जीते थे.
विश्वदीप सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे. दूसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल रहे थे. बसपा से चुनाव हारने के कुछ समय बाद विश्वदीप सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. अब भाजपा ने उन पर विश्वास जताते हुए अपना प्रत्याशी बनाया है. हालांकि जिस नाम की चर्चा चल रही थी, उन नामों में विश्वजीत सिंह का कहीं नाम नहीं था. लेकिन, अचानक विश्वदीप सिंह के नाम की घोषणा होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनको बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है.