चंडीगढ़: निकाय चुनाव में जीत को सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी की बड़ी तैयारी शुरु हो गई है. बीजेपी विधानसभा चुनाव के बाद अब शहरी स्थानीय निकाय में भी अपनी सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है. ताकि हरियाणा में पार्टी ट्रिपल इंजन की सरकार बना सके. यानी केंद्र में बीजेपी, राज्य में बीजेपी और शहरी स्थानीय निकायों में भी बीजेपी की जीत हो. शहरी स्थानीय निकाय में किसी भी तरह की चूक न हो, इसके लिए पार्टी ने एक-दूसरे के विरोधी नेताओं को भी साथ में खड़ा कर दिया है. यानी गुटबाजी को पार्टी ने विराम लगाने का प्रयास किया है.
धुर विरोधी नेताओं को भी एक साथ ले आई पार्टी : बीजेपी ने निकाय चुनाव के लिए संयोजकों की सूची के साथ ही चुनाव प्रबंधन समिति का ऐलान किया है. अगर इसमें संयोजकों की सूची पर नजर डालते हैं तो इससे समझ आ जाता है कि बीजेपी पार्टी के धुर विरोधी नेताओं को भी एक साथ ले आई है. यह बात चुनाव के लिए संयोजकों की लिस्ट से जाहिर हो रही है.
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नवीन जिंदल के प्रभाव का फायदा उठा रही बीजेपी : फरीदाबाद नगर निगम के लिए पार्टी ने कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और राज्य मंत्री राजेश नागर को संयोजक बनाया है, लेकिन हिसार में संयोजकों के नाम को देखें तो यहां नवीन जिंदल के साथ ही उनके धुर विरोधी माने जाने वाले कमल गुप्ता को पार्टी ने संयोजक बनाकर एकजुटता का संदेश दिया है. वहीं, थानेसर नगर परिषद में भी नवीन जिंदल को संयोजक बनाया गया है, हालांकि यहां पर पूर्व मंत्री सुभाष सुधा को भी संयोजक बनाया गया है. यानी नवीन जिंदल के हिसार और कुरुक्षेत्र में प्रभाव को पार्टी दोनों जगह फायदा उठाना चाह रही है.
अनिल विज के साथ ही असीम गोयल को भी मिला संयोजक पद : पार्टी ने कैबिनेट मंत्री अनिल विज को अंबाला नगर निगम का संयोजक बनाया है, वहीं पर उनके साथ उनके राजनीति में विरोधी माने जाने वाले पूर्व मंत्री असीम गोयल को उनके साथ संयोजक बनाया गया है. यानी यहां भी पार्टी नेताओं की एकता का संदेश देती नजर आ रही है. वहीं, कैबिनेट मंत्री अनिल विज को अंबाला सदर नगर परिषद का संयोजक भी बनाया गया है.
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वहीं, गुरुग्राम नगर निगम में भी पार्टी ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के बैलेंस को साधा है. यहां पर कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के साथ विधायक मुकेश शर्मा को संयोजक बनाया गया है. जबकि मानेसर नगर निगम में कैबिनेट मंत्री आरती राव के साथ सत्यप्रकाश जरावता को संयोजक बनाया गया है.
इन नगर निगम में इनको मिला संयोजक पद : वहीं, करनाल नगर निगम में कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा और जगमोहन आनंद को संयोजक बनाया गया है. जबकि पानीपत नगर निगम में कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार और प्रमोद विज को संयोजक बनाया गया है. रोहतक नगर निगम के लिए कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा और मनीष ग्रोवर को संयोजक बनाया गया है. सोनीपत नगर निगम की जिम्मेदार डॉ. कृष्ण मिड्ढा के साथ निखिल मदान को संयोजक बनाया गया है. वहीं यमुनानगर नगर निगम के लिए पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर और घनश्याम दास अरोड़ा को संयोजक बनाया गया है. इसके साथ ही नगर परिषद और नगर पालिका के लिए भी पार्टी ने संयोजकों के नाम भी लिस्ट में शामिल किया है.
चुनाव प्रबंधन समिति का भी गठन : साथ ही पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन समिति का भी गठन किया है. जिसमें प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया, सह प्रभारी सुरेंद्र नगर, सीएम नायब सैनी, पार्टी अध्यक्ष मोहन लाल बडौली, प्रदेश महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा, तीनों प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, अर्चना गुप्ता और कृष्ण बेदी शामिल हैं.
प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी पांच नेताओं को : इसमें प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी पांच नेताओं को दी गई है. मीडिया की जिम्मेदारी भी पांच नेताओं को सौंपी गई है. जबकि पार्टी ने सोशल मीडिया के साथ ही जनसभा और जनसंपर्क के लिए भी टीम का गठन किया है. वहीं, पार्टी ने युवा संपर्क, महिला संपर्क, ओबीसी संपर्क, अनुसूचित जाति संपर्क और व्यापारी संपर्क के लिए भी प्रचार-प्रसार की टीम का गठन किया है.
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