नई दिल्ली/चंडीगढ़: बीरेंद्र सिंह मंगलवार को पत्नी प्रेमलता के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए. दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने उन्हें पटका पहनाया. बता दें कि उनके बेटे बृजेंद्र सिंह पहले ही कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं. चौधरी बीरेंद्र सिंह का नाम हरियाणा के कद्दावर नेताओं में शुमार है. वो किसानों के मसीहा कहे जाने वाले दीनबंधु सर छोटू राम के नाती हैं.
2014 में हुए थे बीजेपी में शामिल: 1972 में कांग्रेस में आने के बाद से ही वो कई दशकों तक कांग्रेस में ही रहे. फिर साल 2014 में वो बीजेपी में शामिल हो गए थे और उन्हें मोदी सरकार में इस्पात मंत्रालय का जिम्मा मिला था. साल 2019 में बीजेपी ने उनके बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा सीट से टिकट दिया. बृजेंद्र सिंह 3 लाख से ज्यादा वोटों के साथ जीतकर सांसद बने. अब पूरा परिवार कांग्रेस में शामिल हो चुका है. जिसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है.
बांगर बेल्ट में मजबूत पकड़: बीरेंद्र सिंह का जींद और हिसार में बड़ा जनाधार है. इस इलाके को बांगर बेल्ट के नाम से भी जाना जाता है. जींद की उचाना सीट से 5 बार विधायक, दो बार राज्यसभा सांसद और एक बार लोकसभा सांसद रह चुके बीरेंद्र सिंह 43 साल तक कांग्रेस में रहे. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने उनके मतभेद हो गए थे. जिसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थे. बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को इसका फायदा हो सकता है. जींद, हिसार, फतेहाबाद में उनकी अच्छी पकड़ है. लिहाजा कांग्रेस को इन इलाकों में मजबूती मिल सकती है.