चंडीगढ़: उचाना विधानसभा सीट को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह के बीच जुबानी जंग जारी है. बीरेंद्र सिंह का दावा है कि इस सीट से उनके बेटे बृजेंद्र सिंह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उनके बेटे और पूर्व लोकसभा सांसद बृजेंद्र सिंह उचाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा बीरेंद्र सिंह ने दावा किया कि दुष्यंत चौटाला उचाना सीट से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उचाना सीट को लेकर सियासी जंग: शुक्रवार को दुष्यंत चौटाला ने उचाना सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी. इस पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दुष्यंत अगर उचाना से चुनाव लड़ेंगे, तो मुकाबला नहीं भी होगा. हम उसे कड़ा कर देंगे. उन्होंने दावा किया कि वो उचाना सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम भी राजनीतिक आदमी हैं. दुष्यंत चौटाला ऐसी सीट ढूंढेंगे. जहां से वो सुरक्षित महसूस कर सके. उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला अब ज्यादा परिपक्व होकर आए हैं. इसलिए चुनाव क्षेत्र दूसरा चुनेंगे, ताकि आपका भला करें. उनका वहां भी लोग रगड़ा लगाएंगे.
दुष्यंत चौटाला और बीरेंद्र सिंह आमने-सामने: शुक्रवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि मैं जहां से विधायक हूं यानी उचाना से चुनाव लडूंगा. किसी के मन में संशय हो तो दूर कर लें. उन्होंने कहा कि पिछली बार हम कहते थे कि हमारी चाबी से ताला खुलेगा. इस बार चाबी भी हमारी होगी और ताला भी हमारा होगा.
क्या है पूरा मामला? बता दें कि दुष्यंत चौटाला ने 2014 में उचाना से चुनाव लड़ा था. उस वक्त उनको बीजेपी की उम्मीदवार रही चौधरी बीरेंद्र सिंह की धर्म पत्नी प्रेमलता से हार का सामना करना पड़ा था. 2019 में दुष्यंत चौटाला ने इस सीट पर प्रेमलता को पटखनी दी. चौधरी बीरेंद्र सिंह जेजेपी और बीजेपी के गठबंधन से भी इसी बात से नाराज थे. बीजेपी से वो अकसर जेजेपी से गठबंधन तोड़ने की बात करते थे. क्योंकि दुष्यंत चौटाला उचाना से विधायक हैं. अगर गठबंधन रहता, तो फिर उनके हाथ से ये सीट जा सकती थी. फिलहाल बीरेंद्र सिंह बीजेपी से किनारा कर चुके हैं.
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