रोहतक: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इस पर सस्पेंस बरकरार है. कांग्रेस बिना सीएम फेस के चुनाव लड़ रही है. जिसको लेकर सूबे में सियासी घमासान तेज है. ऐसे में त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सवाल किया है.राहुल गांधी पर निशाना साधा और चुनौती भी दी है.
भूपेंद्र हुड्डा पर बिप्लब का निशाना: बिप्लब कुमार देब ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी में हिम्मत है तो हरियाणा में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करें. इतनी ही नहीं बिप्लब कुमार देब ने भूपेंद्र हुड्डा पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भूपेंद्र हुड्डा का 10 साल राज देख चुकी है. लेकिन कांग्रेस ने रिजेक्टिड माल को आगे कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले दरवाजे से सत्ता मिलने वाली नहीं है. राहुल गांधी को सामने से बताना होगा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा.
'बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं भूपेंद्र': बिप्लब कुमार देब ने कहा कि कांग्रेस के पास माल भी पुराना है और पैकेट भी पुराना है. लेकिन बीजेपी के पास माल भी नया है और पैकेट भी नया है. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा तो सिर्फ अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में परिवारवाद हावी नहीं होना चाहिए. लेकिन किस हैसियत से दीपेंद्र हुड्डा को बढ़ावा दिया जा रहा है. बिप्लब कुमार देब ने सवाल किया कि क्या दीपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं? क्या वे पार्टी के महासचिव हैं या फिर पूर्व मुख्यमंत्री है? जो प्रदेश अध्यक्ष और भूपेंद्र हुड्डा से भी बड़ी फोटो उनकी लगती है.
सैलजा-सुरजेवाला पर निशाना: इतना ही नहीं बिप्लब देब कुमार ने टिकट वितरण में कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा व राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला की अनदेखी का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि सुरजेवाला तो इस बात से ही संतुष्ट हो गए हैं कि उनके बेटे को विधानसभा चुनाव में कैथल से टिकट मिल गई.
सिख समाज से माफी मांगे राहुल गांधी: साथ ही बिप्लब कुमार देब ने अमेरिका में सिख समाज के बारे में दिए गए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान में कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर सिख समाज को अपमानित करने का काम किया है. इसलिए राहुल गांधी को सिख समाज से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि साल 1984 में कांग्रेस पार्टी ने सिखों का कत्लेआम किया. सिखों की पगड़ी उतारने और दाढ़ी काटने के लिए मजबूर किया. लेकिन बीजेपी सरकार ने एसआईटी गठित कर सिखों को न्याय दिलाने का काम किया है. इसलिए राहुल गांधी विदेश की धरती पर जाकर भारत को बदनाम करने का काम न करें.