बिलासपुर : आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेत्री डॉ. उज्वला कराड़े ने 22 अगस्त को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. आप पार्टी छोड़ने की पुष्टि उन्होंने स्वयं की है. डॉ. कराड़े का यह फैसला आम आदमी पार्टी बिलासपुर के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. क्योंकि डॉ. कराड़े की पहचान एक संघर्षशील और समर्पित नेता के रूप में रही है. उन्होंने बिलासपुर की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
व्यक्तिगत कारणों के चलते दिया पार्टी से इस्तीफा : आम आदमी पार्टी से इस्तीफे की वजह पूछने पर डॉ. कराड़े ने कहा, "मैं अपने व्यक्तिगत कारणों के चलते पार्टी को पर्याप्त समय नहीं दे पा रही हूं. इसलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं."
बिलासपुर की राजनीति में निभाई भूमिका : डॉ. कराड़े 2020 से AAP में सक्रिय रही है. उन्होंने शहर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर समय-समय पर आवाज उठाई, प्रदर्शन किए, नागरिकों को जागरूक किया. शहर की समस्याओं को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक आम जनता की आवाज पहुंचाया. उनके काम की सराहना करते हुए पार्टी ने उन्हें प्रदेश संयुक्त सचिव के पद पर पदोन्नत किया. साल 2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में आप पार्टी ने डॉ. कराड़े को बिलासपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन जनता ने आप पार्टी पर भरोसा नहीं किया. उन्हें वोटों के हिसाब से तीसरा स्थान मिला. चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अमर अग्रवाल विजयी हुए, जबकि कांग्रेस के शैलेश पांडे दूसरे स्थान पर रहे.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनज़र डॉ. कराड़े का यह निर्णय पार्टी की रणनीति को प्रभावित कर सकता है. अब यह देखना होगा कि AAP इस स्थिति से कैसे निपटती है और नए नेतृत्व की दिशा में क्या कदम उठाती है.