बीकानेर: हर साल 1 जनवरी को नया साल शुरू होते ही कैलेंडर में तारीख बदलती है. हालांकि अपने जन्मदिन या किसी और खास दिन लोग कुछ संकल्प लेते हैं. नए साल के पहले दिन भी लोग अपने-अपने हिसाब से कुछ संकल्प लेते हैं और पूरे साल उस संकल्प को निभाने का प्रयास करते हैं. बीकानेर के युवाओं से जब ईटीवी भारत ने नए साल में संकल्प को लेकर बात की, तो युवाओं का कहना था कि बदलते समय में खान-पान में और जीवनचार्य में आए बदलाव के बाद स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है.
स्वास्थ्य और बचत: फिजियोथैरेपिस्ट डॉ अमित पुरोहित का कहना है कि नया साल उमंग उल्लास का साल हो. नए साल में उन्होंने स्वास्थ्य के ध्यान और बचत पर ध्यान देने का संकल्प लिया है. पुरोहित ने युवाओं से और विद्यार्थियों से अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने और आने वाले भविष्य के लिए अभी से बचत की आदत डालने की सलाह दी है. उनका कहना है कि वर्तमान समय में महंगाई खर्च बढ़ रहे हैं. ऐसे में हमें अपने आने वाले भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बचत पर भी ध्यान देना होगा. साथ ही स्वास्थ्य पर फोकस करना जरूरी है.
पहला सुख निरोगी काया: योग गुरु दीपक शर्मा का कहना है कि हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि पहला सुख निरोगी काया. ऐसे में हमें अपने स्वास्थ्य पर न सिर्फ ध्यान देना है, बल्कि समय भी देना होगा. उन्होंने कहा कि हमारी दैनिक दिनचर्या में बदलाव करते हुए इसे व्यवस्थित करना होगा. उन्होंने कहा कि वह खुद पिछले 15 सालों से योग से जुड़े हुए हैं और उन्होंने इस चीज को महसूस किया है कि स्वस्थ होने से मन आनंदित रहता है. इससे हम किसी भी इच्छित वस्तु को प्राप्त कर सकते हैं.
संकल्प लेना आसान, निभाना जरूरी: रोजगार विभाग के सहायक प्रोग्रामर राजेश पारीक कहते हैं कि हर साल नए साल हम नया संकल्प भी लेते हैं. लेकिन इस संकल्प पर टिके रहते हुए इसे निभाना जरूरी है. पारीक कहते हैं कि मन पर नियंत्रण रखना जरूरी है. दैनिक जीवन की भागदौड़ में से कुछ समय खुद के लिए निकालना जरूरी है. वे कहते हैं कि जब तक हम शरीर पर ध्यान नहीं देंगे, कई तरह की परेशानियां आती हैं. इसलिए हमें नए साल में यही संकल्प लेना चाहिए.