नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली बबली ने कुछ समय पहले अकेले दम पर अचार का कारोबार शुरू किया था. कई साल की कड़ी मेहनत के बाद आज वह प्रदेश के साथ ही अन्य कई राज्यों में भी जानी जा रही हैं. इसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना के तहत 15 हजार रुपये की सहायता भी मिली थी. उन्होंने बताया कि बहुत ही छोटे स्तर पर चंद तरह के आचार बनाकर काम शुरू किया था, लेकिन आज उनका कहना है कि हमने अपने साथ करीब 40 से 45 महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार देने का काम किया है.
ऐसे बबली बनी लखपति दीदी: उन्होंने बताया कि, किसी भी अचार में केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है. हमारे आचार की खासियत ये है कि इनमें तमाम ऐसे मसालों का उपयोग किया जाता है, जो सेहत के लिए लाभदायक हैं. हम करीब 55 से 60 प्रकार के अचार बनाते हैं. उसमें पड़ने वाले मसाले और तेल को हम लोग खुद घरेलू तरीके से बनाकर प्रयोग करते हैं.
![बबली बनी लखपति दीदी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/01-03-2024/del-gbn-01-mela-vis-dl10007_29022024175010_2902f_1709209210_84.jpg)
बबली ने बताया कि हमारे बनाए गए हर सामान को नोएडा के सरस मेले के साथ ही अन्य जगहों पर भी लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. सरकार द्वारा दी गई सहायता लेने के बाद से हम खुद अपने सामानों को बेचकर आत्मनिर्भर बने. आज मैंने अपने साथ अन्य महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार देकर, उनकी आमदनी में बढ़ोतरी की है. इससे देखा जाए तो हम लोग पूरी तरह से आत्मनिर्भर हुए और घर बैठने वाली महिलाओं को भी रोजगार मिला.
मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया: उन्होंने बताया कि सरस मेले के साथ ही अन्य जगहों पर लगने वाले मेले में भी हम लोग स्टाल लगाते हैं. स्टॉल से सामान बिकने के साथ ही लोगों द्वारा बड़े स्तर पर अचार और पापड़ का ऑर्डर भी दिया जाता है. हमारे सभी अचारों में लाल मिर्च और लहसुन के अचार को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है. कुछ बड़े व्यवसाइयों का ऑर्डर भी हमें मिला है. दरअसल नोएडा के सेक्टर 33 स्थित शिल्प हाट में चल रहे सरस आजीविका मेले में उन्होंने अपना स्टॉल लगाया है.
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क्या है लखपति दीदी योजना: लखपति दीदी योजना कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम है. यह उन्हें कौशल प्रशिक्षण में संलग्न होकर पैसा कमाने में सक्षम बनाता है. यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाती है, बल्कि उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी प्रेरित करती है. इस योजना के द्वारा केंद्र सरकार का लक्ष्य 20 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना है. मोदी सरकार ने अंतरिम बजट 2024 में लखपति दीदी योजना का लक्ष्य 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये करने का फैसला किया है.
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