छतरपुर। बिजावर एसडीएम के एक आदेश से पटवारियों में नाराजगी बढ़ गई है. दरअसल, एसडीएम बिजावर ने पटवारियों को सड़कों पर बैठे पशुओं को गौशाला भेजने की जिम्मेदारी सौंपी है. इस आदेश के बाद पटवारियों का कहना है कि अगर हम पशुओं को पकड़ने का काम करेंगे तो राजस्व विभाग का काम कौन करेगा. वहीं, एसडीएम का कहना है कि ये आदेश इसलिए जारी किया गया है, क्योंकि लगभग सभी ग्राम पंचायत में गौशालाएं बन गई हैं. सड़कों पर बैठे पशुओं को गौशाला भेजा जाएगा.
पटवारियों की ड्यूटी शाम 6 से रात्रि 10 बजे तक लगाई
बिजावर एसडीएम विजय कुमार द्विवेदी ने 16 जुलाई 2024 को जारी आदेश जारी कहा है "सड़कों पर बैठे मवेशियों को हटाकर गौशाला भेजने के लिए पटवारी की शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक ड्यूटी लगाई गई है." एसडीएम का कहना है "जब खेतों में फसलों की बुवाई हो जाती है तो पशु ज्यादातर सड़कों पर आकर बैठ जाते हैं. ऐसी स्थिति में दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है. बिजावर अनुभाग में ज्यादातर ग्राम पंचायतों में गौशालाओं का निर्माण हो चुका है. इसलिए ऐसे पशुओं को गौशाला में भेजने के लिए ये आदेश जारी किया गया है."
पटवारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
एसडीएम का कहना है कि आदेश में ग्राम पंचायत के साथ ही राजस्व विभाग को भी जिम्मेदारी सौंपी गयी है, क्योंकि ये दोनों विभाग सीधे तौर पर आम जनता से जुड़े होते हैं. इससे राजस्व विभाग के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि हमने शाम के वक्त ड्यूटी लगाई है. वहीं, एसडीएम के इस आदेश का पटवारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. पटवारी संघ के अध्यक्ष प्रीतम का कहना है "यह हमारा काम नहीं है. गौशालाओं के गौसेवकों का काम है. अगर हम ये काम करने लगेंगे तो राजस्व विभाग का काम प्रभावित होगा. हम इस आदेश को नहीं मानेंगे और अगर दबाव बनाए जाएगा, तो हम आंदोलन करेंगे."