बीजापुर : सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने तहसील मुख्यालय कुटरू में क्षेत्र के ग्रामीणों संग विशाल धरना-प्रदर्शन किया. कांग्रेस समेत प्रदर्शन में मौजूद ग्रामीणों ने क्षेत्र की कई समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम बीजापुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
तेंदूपत्ता का नगद भुगतान करने की मांग : जिला पंचायत सदस्य बसंत ताटी ने कहा, "तेंदूपत्ता क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीणों का मुख्य आय का स्त्रोत है. वर्तमान में तेंदूपत्ता तोड़ाई का काम पूरा हो चुका है, लेकिन तेंदूपत्ता का भुगतान नकद ना होकर बैंक खाते के माध्यम से होने जा रहा है. क्षेत्र में बैंक नहीं है, साथ ही बैंक की दूरी भी बहुत ज्यादा होने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है. इसी वजह से तेंदूपत्ता का नगद भुगतान करने की मांग की गई है."
आदिवासियों को सुरक्षा देने में भाजपा सरकार फेल : इस दौरान प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा,"जिले के आदिवासियों को सुरक्षा देने और आदिवासियों के हितों की रक्षा करने में प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह फेल है. चाहे वो मुतवेंडी में छः माह की बच्ची को गोली लगने से हुई मौत हो या फिर पीडिया की घटना. हर तरफ आदिवासी वर्ग ही प्रताड़ित है. आज आदिवासी समुदाय अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है. प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, आदिवासियों पर अत्याचार बढ़े हैं."
प्रदर्शनकारियों के ज्ञापन में शामिल मांग इस प्रकार हैं:
- कुटरू निवासी सोमा चिडियम, जो कि सालों से ग्राम कुटरू में निवासरत है, उसके जमीन को अतिक्रमण बताकर षड़यंत्र पूर्वक तहसीलदार और पटवारी ने तोड़ा फोड़ किया है, जो कि अनुचित है. सोमा चिडियम को उसकी जमीन वापस की जाए.
- गांव-गांव से निर्दोष ग्रामीणों को पकड़कर पुलिस बेवजह मारपीट कर उन्हें जेल भेज रही है, जिसे तत्काल बंद किया जाए.
- निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों को फर्जी मुठभेड़ में मारना बंद किया जाए.
- थाना प्रभारी कुटरू राजीव श्रीवास्तव तथा थाना प्रभारी फरसेगढ़ आकाश मसीह ने आये दिन ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज, मारपीठ कर ग्रामीणों को जेल भेजना और जेल भेजने की धमकी दिया है. क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों के साथ और ग्राम प्रमुखों के साथ वे अभद्र व्यवहार करते हैं, जिसे तत्काल बंद किया जाए. दोनों थाना प्रभारियों को हटाया जाए.
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुटरू में पिछले 4 महीने से डॉक्टर नहीं है, वहां पर तत्काल डॉक्टर पदस्थ किया जाए.
- तहसीलदार कुटरू विरेन्द्र श्रीवास्तव ने अंबेली पंचायत के आश्रित गांव आकलंका के लगभग 80 ग्रामीणों से वन अधिकार पट्टा दिलाने के नाम पर प्रति व्यक्ति 1200 रूपये लिया है. जो कुल मिलाकर करीब 96000 होती है. ग्रामीणों को उनकी राशि वापस कर तहसीलदार पर कार्रवाई की जाए.
- सभी ग्रामीणों को वन अधिकार पट्टा दिया जाए.
इस धरना प्रदर्शन में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे, जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, जिला पंचायत सदस्य सोमारु राम कश्यप, जिला पंचायत सदस्य संतकुमारी मंडावी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भैरमगढ़ के अध्यक्ष लच्छु राम मौर्य, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कुटरू के अध्यक्ष शैलेश मंडावी सहित बड़ी संख्या में कुटरू क्षेत्र के ग्रामीण शामिल हुए. अब देखना होगा कि ज्ञापन में रखे गए मांगों को लेकर शासन प्रशासन क्या कदम उठाती है.