करौली: राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा उपखंड अन्तर्गत डाबरा गांव निवासी बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अमृतलाल मीणा को बिहार राज्य का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है. अमृतलाल मीणा के मुख्य सचिव बनने की सूचना के बाद से ही क्षेत्र में खुशी का माहौल है. अमृतलाल मीणा के मुख्य सचिव बनने पर परिजनों और क्षेत्रवासियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी.
दरअसल, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमृतलाल मीणा सपोटरा के डाबरा गांव के मूल निवासी हैं. मीणा 1989 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और बिहार के कई जिलों में जिला कलेक्टर सहित अन्य पदों पर रह चुके हैं. मुख्य सचिव बनने से पहले अमृतलाल मीणा केंद्रीय कोयला विभाग में सचिव के पद पर तैनात थे. बिहार के मुख्य सचिव बृजेश मेहरोत्रा के शनिवार को सेवानिवृत होने पर अमृतलाल मीणा बिहार के मुख्य सचिव के तौर पर पदभार संभालेंगे.
ईटीवी भारत ने सबसे पहले मुख्य सचिव बने अमृतलाल मीणा के पैतृक गांव डाबरा में पहुंच कर उनकी माताजी जगनी देवी, छोटे भाई (PWD विभाग सपोटरा डिवीजन में XEN पद पर तैनात) शरत लाल और ग्रामीणों से बातचीत की तो परिजनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. उनकी माताजी जगनी देवी ने ईटीवी भारत के कैमरे पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उनके चार बेटे और एक बेटी हैं. चारों बेटे सरकारी नौकरी करते हैं और अमृतलाल मेरा सबसे बड़ा बेटा है. भगवान की कृपा से और क्षेत्रपाल धाम बाबा के आशीर्वाद से अमृतलाल ने जो नाम रोशन किया है, उससे परिवार और गांव में बहुत खुशी है.
अमृतलाल मीणा के छोटे भाई शरत मीणा ने कहा कि जैसे ही उन्हें बड़े भाई के मुख्य सचिव बनने की सूचना मिली, चारों तरफ खुशी का माहौल हो गया है. बड़े भाई अमृतलाल शुरू से ही पढ़ाई में रूचि रखते थे. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी विद्यालय में हुई थी. पिताजी की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी, जिसके कारण गरीबी में जीवन-यापन करना पड़ा. बड़े भाई जीवन में अच्छी शिक्षा ग्रहण करने को लेकर प्रेरित करते रहते हैं. गांव में जब भी वह आते हैं तो गांव के लोगों के साथ बैठकर विकास की बात करते हैं. विधायक हंसराज मीणा ने मुख्य सचिव बनने की बधाई दी है. दूसरी तरफ घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
गांव में कक्षा आठवीं तक की पढ़ाई फिर की इंजीनियरिंग : मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा के छोटे भाई शरत मीणा ने बताया कि भाई साहब ने गांव के ही स्कूल से आठवीं कक्षा उत्तीर्ण की. इसके बाद गंगापुर सिटी में पढ़ाई की फिर जयपुर से इंजीनियरिंग की पहले ही प्रयास में 1989 में उनका इस में चयन हो गया. जिसके बाद उनको बिहार कैडर मिला. उन्होंने बताया कि हम चार भाई और एक बहन हैं. मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा सबसे बड़े भाई हैं, बाकी अन्य तीन भाई भी सरकारी कार्मिक हैं. बहन हाउसवाइफ हैं, जबकि बहनोई दिल्ली में सीपीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत है. मुख्य सचिव के भाई ने बताया कि भाई की ही डांट-फटकार और आदर्श के भरोसे ही हम तीनों भाई सरकारी कार्मिक नियुक्त हुए हैं.
मुख्य सचिव की क्षेत्रपाल बाबा मे बड़ी आस्था : मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा की गांव में स्थित लोकदेवता क्षेत्रपाल बाबा की अटूट मान्यता है. गांव मे क्षेत्रपाल बाबा धाम से मंदिर भी हुआ है. जब भी वह अपने गांव आते हैं तो सबसे पहले बाबा के स्थान पर जाकर ढोक लगाते हैं. साथ ही कोई ना कोई धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित करवाते रहते हैं. भले ही अमृतलाल मीणा मुख्य सचिव बन गए हों, लेकिन गांव में आज भी वह आम लोगों के बीच बैठकर एक सामान्य आदमी की तरह चर्चा करते हुए नजर आते हैं.