पटनाः नियोजित शिक्षकों के साथ-साथ बिहार के अतिथि शिक्षक भी प्रदर्शन कर रहे हैं. 4257 अतिथि शिक्षक सेवा से हटाए जाने के बाद सेवा में समायोजित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में काफी संख्या में अतिथि शिक्षक नियोजित शिक्षकों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए. अतिथि शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने जब उनलोगों की बहाली की थी तो मंत्री कहते थे कि उनलोगों का स्थायीकरण होगा. लेकिन परमानेंट करने के बजाय 6 वर्ष सेवा लेकर मुक्त कर दिया गया है.
पटना में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शनः प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षक कुमार संजीव ने कहा कि हमलोगों की संख्या 4257 है. जब प्रदेश में शिक्षकों की कमी थी तो उन लोगों से सेवा ली गई और बिहार का शैक्षणिक स्तर सुधरा. आज परमानेंट करने के बदले एक झटके में उन लोगों को नौकरी से हटा दिया गया. अतिथि शिक्षकों ने कहा कि सरकार उन्हें तीसरे, चौथे चरण की बहाली में समायोजित करने का काम करें.
"हमलोगों ने 6 साल बच्चों को पढ़ाने का काम किया. एक झटके में हमलोगों को नौकरी से हटा दिया गया. सरकार से मांग है कि हमलोगों को बहाली में समायोजित करे. नहीं तो रेल रोकने का काम करेंगे." -कुमार संजीव, अतिथि शिक्षक
'शिक्षक बहाली में समायोजित करे सरकार': प्रदर्शन में शामिल अतिथि शिक्षिका मीना कुमारी ने कहा कि 6 साल उन लोगों से हाईस्कूल में सेवा ली गई है. आज उन लोगों को एक झटके में नौकरी से बाहर कर दिया गया है. उनकी एक ही मांग है कि उन लोगों को विभिन्न चरण की शिक्षक बहाली में समायोजित किया जाए. अतिथि शिक्षक शैक्षिक योग्यता रखते हैं और तमाम आहर्ता रखते हैं. कहा कि इस तरह से नौकरी से हटा दिया जाएगा तो हमलोग कहां जाएंगे.
'भाजपा निभाएं अपना वादा': अतिथि शिक्षिका रंजना कुमारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब विपक्ष में थी तो शिक्षकों के मुद्दे पर प्रदर्शन किया था. सम्राट चौधरी अतिथि शिक्षकों के स्थायीकरण की मांग को लेकर पटना की सड़क पर उतरे थे. आज भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आ गई है तो नियोजित शिक्षकों के प्रदर्शन में शामिल होकर वे सरकार को याद दिला रही है कि उन्होंने क्या वादा किया था.
कौन हैं अतिथि शिक्षकः बिहार के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए अतिथि शिक्षकों की बहाली की गई थी. बहाली के समय शर्त रखा गया था कि उस पद पर स्थानीय शिक्षक नियुक्त हो जाएंगे तो अतिथि शिक्षकों को सेवामुक्त कर दिया जाएगा. बीपीएसपी शिक्षक बहाली में स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया था कि ऐसे शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाए. तभी से अतिथि शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं.
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