गया: बिहार के युवाओं के लिए खुशखबरी है. नीतीश सरकार बेरोजगार इंटर और मौलवी पास युवाओं को दो साल तक भत्ता देगी. मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत यह लाभ दिया जाएगा. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. युवाओं को आवेदन करने के लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज गया जाना होगा.
इस उम्र वाले को मिलेगा भत्ता: इस योजना के तहत 20 से 25 आयु वर्ग के केवल इंटर और मौलवी पास बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार तलाशने के दौरान सहायता के तौर पर यह राशि दी जाएगी. प्रतिमा 1000 रुपये की दर से स्वयं सहायता भत्ता की राशि दी जाएगी, जो अगले दो वर्ष तक चालू रहेगा. कुल 24000 रुपए दी जाएगी. इसके लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में कागजात की जांच कराना होगा.
आवश्यक कागजात: इंटर, मौलवी का परित्याग प्रमाण पत्र, मैट्रिक की मार्क्सशीट, इंटर और मौलवी की मार्क्सशीट, आधार कार्ड, अस्थाई निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक आवेदक का एक पासपोर्ट साइज फोटो का होना अनिवार्य है. आवेदक को निबंध एवं सत्यापन हेतु उपरोक्त सभी आवश्यक कागजातों की मूल प्रति जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज गया में लेकर आना अनिवार्य है.
8 साल से चल रही योजना: सतेंद्र कुमार प्रबंधक डीआरसीसी ने बताया कि बिहार सरकार की योजना 2016 से चल रही है. इस योजना के तहत अब तक कुल लाभान्वित आवेदकों की संख्या 32188 है. कुल राशि 4212.55 लाख वितरण हुई है. यह योजना उन युवक एवं युवतियों के लिए है जो इंटर और मौलवी के आगे की पढ़ाई नहीं जारी रखी. अपनी पढ़ाई बंद कर चुके हैं.
"बिहार सरकार 24 महीने तक प्रति माह 1000 रुपये देती है. लाभ पाने वाले युवक-युवतियों को कौशल युवा कार्यक्रम के तहत 24 महीने के अंदर प्रशिक्षण लेना होगा. इसमें तीन महीने का प्रशिक्षण होता है. प्रशिक्षण नहीं लेने पर पांच माह की राशि रोक दी जाती है." -सतेंद्र कुमार, प्रबंधक, डीआरसीसी
मौलवी पास क्या है?: ज्ञात हो कि मौलवी पास वह होता है जो बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के मदरसा एजुकेशन बोर्ड पटना बिहार के मदरसा से शिक्षा प्राप्त कर मौलवी की परीक्षा पास की हो. मौलवी की डिग्री इंटर के बराबर होती है. सतेंद्र कुमार ने बताया कि जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र पर प्रतिदिन सुबह 10 बजे शाम 4 बजे तक आवेदन किया जा सकता है.
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