पटना: गंगा और सोन नदी के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे आसपास के इलाकों में पानी भर गया है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. दानापुर अनुमंडल के दियारा के कई पंचायत के निचले हिस्सा में बाढ़ का पानी घुस गया है. सड़क से लेकर दियारा तक पानी लबालब दिखाई पड़ रहा है. गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
इन गांवों में पानी घुसा: गंगा के गोद में बसा दानापुर दियारा के 6 पंचायत सहित मनेर के दो पंचायत बुरी तरह से प्रभावित है. इन पंचायतों का शहर मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है. सबसे अधिक दानापुर दियारा के पानापुर, मानस, पुरानी पानापुर, हेतनपुर पतलापुर सहित मनेर के छिहतर, महावीर टोला, इसलामगंज , के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी घुस गया है. जानवरों का चारा डूब गया है.
"इतना पानी बढ़ गया है कि आने जाने में परेशानी हो रही है. माल-जाल को भी दिक्कत हो रही है. घास-भूसा की कमी हो गयी है. चौकी पर खाना बनाकर खा रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की जा रही है." -लालसहाब बाढ़ पीड़ित
मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी: दानापुर अनुमंडल के मनेर में एक मंदिर के पास बना यज्ञशाला बाढ़ के पानी से डूब गया है. मंदिर के निचले तल्ला में पानी घुस गया है. सरकारी संस्थान में भी पानी लबालब भरा हुआ है. लोग पानी में घुसकर अपने जरूरत के समान के लिए शहर आ जा रहे है. पशुओं का चारा डूबने से सबसे अधिक समस्या पशु पालकों के बीच उत्पन हो गई है. सरकार के तरफ से फिलहाल कोई व्यवस्थी नहीं की गई है. इससे बाढ़ पीड़ित डरे सहमे है.
"पानी के चलते बहुत परेशानी हो रही है.आंगन से लेकर कमरे तक में पानी घुसा हुआ है. घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है. खाना पानी को लेकर समस्या हो गया है. प्रशासन से राहत की मांग की है." -राजेश कुमार, बाढ़ पीड़ित
डरा रही उत्तर बिहार की नदियां: उत्तर बिहार की नदियों में बागमती मुजफ्फरपुर के रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 102 सेंटीमीटर ऊपर है. बेनीबाद में खतरे के निशान से 104 सेंटीमीटर ऊपर है गंडक गोपालगंज के डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर ऊपर है इसके अलावा सीमांचल के अररिया में परमाण नदी खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर है.
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