पटना : बिहार में शिक्षा विभाग के नई शिक्षक नियमावली पर पुरुष शिक्षकों की आपत्ति पर शिक्षा विभाग बड़ा फैसला ले सकता है. शिक्षा विभाग के जो आधिकारिक सूत्रों से जानकारी मिल रही है, विभाग प्रत्येक जिले में तीन से पांच प्रखंड को मिलाकर एक शैक्षणिक अनुमंडल बनने की तैयारी में है. इस प्रकार प्रत्येक जिले में तीन से पांच शैक्षणिक अनुमंडल बनेंगे. नई शिक्षक नियमावली के तहत राज्य कर्मी पुरुष शिक्षकों की पोस्टिंग उनके आवासीय शैक्षणिक अनुमंडल के बाहर के शैक्षणिक अनुमंडल में होगी.
17 अक्टूबर तक हो सकती है घोषणा : शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक विभाग इस पर काम कर रहा है. 16 अक्टूबर तक विभाग की ओर से शैक्षणिक अनुमंडल की रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी और 17 अक्टूबर को शैक्षणिक अनुमंडल की सूची उपलब्ध करा दी जाएगी.
प्रचंड ठंडी में शिक्षकों का ट्रांसफर : सूचना यह भी है की दिसंबर के मध्य और जनवरी के प्रारम्भ तक जब प्रचंड ठंडी होगी और विद्यालय बंद होंगे, उसी दौरान शिक्षकों के ट्रांसफर किए जाएंगे. इस ट्रांसफर में पुराने राज्य कर्मी शिक्षक, नए बीपीएससी शिक्षक और सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक शामिल होंगे.
शिक्षकों के विरोध पर यह तैयारी : दरअसल शिक्षा विभाग के नए ट्रांसफर पॉलिसी के मुताबिक पुरुष शिक्षकों का उनके अनुमंडल के बाहर के विद्यालय में ट्रांसफर होना है, जबकि महिला शिक्षक को उनके पंचायत के बाहर के पंचायत में ट्रांसफर होना है. प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं जहां एक अनुमंडल है उदाहरण के तौर पर जमुई. ऐसे में पुरुष शिक्षकों का कहना था कि वह अपने घर से कई किलोमीटर दूर हो जाएंगे.
शिक्षकों के विरोध को देखते हुए फैसला : पुरुष शिक्षक आसपास के प्रखंड में स्थानांतरण करने अथवा महिला शिक्षकों के लिए जो नीति अपनाई गई है उसे ही लागू करने की मांग कर रहे हैं. शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि शिक्षकों के इसी विरोध को देखते हुए शिक्षा विभाग यह फैसला लेने जा रहा है. विभाग प्रखंडों को जोड़कर शैक्षणिक अनुमंडल बनने की तैयारी में है.
ई-शिक्षकोष भी होगा अपडेट : जानकारी यह भी मिल रही है कि नवंबर की शुरुआत तक शिक्षा विभाग का ई- शिक्षाकोष पोर्टल अपडेट होगा. इसमें टीचर कॉलम के नीचे टीचर ट्रांसफर डिटेल्स का ऑप्शन आएगा. इस ऑप्शन के तहत शिक्षक नए ट्रांसफर की जगह के लिए अपने मनपसंद 10 ऑप्शन दर्ज करेंगे. इसी अनुरूप आने वाले दिनों में शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर एप्लीकेशन के माध्यम से नई जगह का अलॉटमेंट होगा. शिक्षा विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि शिक्षकों के द्वारा फीड किए गए टॉप 10 चॉइस को सॉफ्टवेयर पर चढ़ाया जाएगा और उसके बाद सॉफ्टवेयर तय करेगा कि किसी शिक्षक की पोस्टिंग कहां होगी. मैन्युअल कुछ भी नहीं होगा.
पोर्टल पर होगी छुट्टियों की जानकारी : इसके अलावा ई- शिक्षाकोष पोर्टल जब अपलोड होगा तो इसमें कई नए फीचर ऐड होंगे. इसमें शिक्षक अपनी खर्च हुई छुट्टियां और बची हुई छुट्टियों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. किस दिन कौन सा सीएल अथवा ईएल का इस्तेमाल किया गया इसकी भी जानकारी होगी. यह सब आगामी 1 जनवरी के बाद पोर्टल पर दिखने लगेगा. इसके अलावा विभाग की ओर से विद्यालय की छुट्टियां किस दिन है इसकी भी डिटेल दिखेगी.
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