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भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर का बड़ा बयान, चुनाव में वसुंधरा राजे को दूर रखना बना हार का कारण - Big statement of Kalu Lal Gurjar

लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा को कम सीटें मिलने पर पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश नेतृत्व की कमी और भाजपा की वरिष्ठ राजनेता वसुंधरा राजे को दूर रखना हार का बड़ा कारण रहा.

भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर का बड़ा बयान
भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर का बड़ा बयान (फोटो ईटीवी भारत भीलवाडा़)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 25, 2024, 12:56 PM IST

Updated : Jun 25, 2024, 1:46 PM IST

भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर का बड़ा बयान (वीडियो ईटीवी भारत भीलवाड़ा)

भीलवाड़ा. लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा को कम सीटें मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ राजनेता पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश नेतृत्व की कमी रहने के साथ ही भाजपा की वरिष्ठ राजनेता वसुंधरा राजे को दूर रखना बड़ा कारण रहा वहीं अपने वरिष्ठ राजनेताओं को दरकिनार कर कांग्रेस से आयातित राजनेताओं को तरजीह देना भी एक कारण है.

प्रदेश में पूर्व मे दो बार हुऐ लोकसभा चुनाव से भाजपा का मिशन 25 पूरा हुआ था. इस बार हुए चुनाव में राजस्थान में मिशन 25 का टारगेट पूरा नहीं हो पाया है. जहां लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के तमाम राजनेता व पदाधिकारी 25 सीटें पर बीजेपी की जीत का दावा कर रहे थे लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 14 लोकसभा सीट पर ही जीत मिली. बीजेपी आखिर 11 लोकसभा सीट पर हार क्यों हुई है जिसके कारण को लेकर मंथन कर रहे है.

पढ़ें: जिस उंगली को पकड़ सीखते हैं, उसी को काटने का प्रयास कर रहे लोग, वसुंधरा राजे के 'दर्द' से गरमाई सियासत! - Vasundhara Raje

भाजपा के वरिष्ठ राजनेता व पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश मे भाजपा की सरकार होते हुए भी 25 सीट पर जीत नहीं मिली है जीत के कारण पर विश्लेषण करें तो मेरी व्यक्तिगत राय है कि कुछ कमियां पार्टी की तरफ से रही है जिसके कारण ही हार हुई है. चुनाव में मुख्य रूप से केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही राजस्थान के नेतृत्व की भी कमी रही है. जिसमें पहला मुख्य कारण टिकट वितरण सही नहीं किया गया अगर टिकट वितरण सही होता और जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो मैं सोचता हूं कि 25 सीटों पर जीत मिलती. वहीं चुनाव से पहले जो लोग कांग्रेस से आए उनको भी प्रत्याशी बनाया जैसे नागौर और बांसवाड़ा जिसके कारण वहां भाजपा के जो कार्यकर्ता वर्षों से लगे हैं उनमें मायूसी रही.

चुनाव में टिकट वितरण में जातिगत समीकरण का ध्यान नहीं रखा गया. कुछ जातियां ऐसी है जिसमें से एक को भी टिकट नहीं दिया गया. वहीं राजस्थान के लोकल एक भी गुर्जर को प्रत्याशी नहीं बनाया था. कालूलाल गुर्जर ने कहा की वसुंधरा राजे हमारे प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रहीं. उनका विधानसभा चुनाव में उपयोग किया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव में उनको स्टार प्रचारक भी नहीं बनाया व ना उनका उपयोग लिया. राजे के राजस्थान में काफी फॉलोअर हैं. राजे को लोकसभा चुनाव से दूर रखना ही सबसे बड़ा कारण है.

पढ़ें: वसुंधरा का बड़ा बयान, बोलीं- आज लोग उसी उंगली को पहले काटते हैं, जिसे पकड़कर चलना सीखते हैं

उन्होंने कहा कि अब मेरी पार्टी के केंद्रीय व प्रदेश नेतृत्व से हाथ जोड़कर निवेदन है कि सब भेदभाव छोड़कर किसी को नीचा- ऊंचा करना छोड़ कर जिसका जहां उपयोग है उनका उपयोग करें. वहीं जिसकी जहां जगह बनती है वहां पहुंचाने का काम करेंगे तो भविष्य के चुनाव में भाजपा का परचम लहराएगा.

भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर का बड़ा बयान (वीडियो ईटीवी भारत भीलवाड़ा)

भीलवाड़ा. लोकसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा को कम सीटें मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ राजनेता पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश नेतृत्व की कमी रहने के साथ ही भाजपा की वरिष्ठ राजनेता वसुंधरा राजे को दूर रखना बड़ा कारण रहा वहीं अपने वरिष्ठ राजनेताओं को दरकिनार कर कांग्रेस से आयातित राजनेताओं को तरजीह देना भी एक कारण है.

प्रदेश में पूर्व मे दो बार हुऐ लोकसभा चुनाव से भाजपा का मिशन 25 पूरा हुआ था. इस बार हुए चुनाव में राजस्थान में मिशन 25 का टारगेट पूरा नहीं हो पाया है. जहां लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के तमाम राजनेता व पदाधिकारी 25 सीटें पर बीजेपी की जीत का दावा कर रहे थे लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद 14 लोकसभा सीट पर ही जीत मिली. बीजेपी आखिर 11 लोकसभा सीट पर हार क्यों हुई है जिसके कारण को लेकर मंथन कर रहे है.

पढ़ें: जिस उंगली को पकड़ सीखते हैं, उसी को काटने का प्रयास कर रहे लोग, वसुंधरा राजे के 'दर्द' से गरमाई सियासत! - Vasundhara Raje

भाजपा के वरिष्ठ राजनेता व पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश मे भाजपा की सरकार होते हुए भी 25 सीट पर जीत नहीं मिली है जीत के कारण पर विश्लेषण करें तो मेरी व्यक्तिगत राय है कि कुछ कमियां पार्टी की तरफ से रही है जिसके कारण ही हार हुई है. चुनाव में मुख्य रूप से केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही राजस्थान के नेतृत्व की भी कमी रही है. जिसमें पहला मुख्य कारण टिकट वितरण सही नहीं किया गया अगर टिकट वितरण सही होता और जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो मैं सोचता हूं कि 25 सीटों पर जीत मिलती. वहीं चुनाव से पहले जो लोग कांग्रेस से आए उनको भी प्रत्याशी बनाया जैसे नागौर और बांसवाड़ा जिसके कारण वहां भाजपा के जो कार्यकर्ता वर्षों से लगे हैं उनमें मायूसी रही.

चुनाव में टिकट वितरण में जातिगत समीकरण का ध्यान नहीं रखा गया. कुछ जातियां ऐसी है जिसमें से एक को भी टिकट नहीं दिया गया. वहीं राजस्थान के लोकल एक भी गुर्जर को प्रत्याशी नहीं बनाया था. कालूलाल गुर्जर ने कहा की वसुंधरा राजे हमारे प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रहीं. उनका विधानसभा चुनाव में उपयोग किया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव में उनको स्टार प्रचारक भी नहीं बनाया व ना उनका उपयोग लिया. राजे के राजस्थान में काफी फॉलोअर हैं. राजे को लोकसभा चुनाव से दूर रखना ही सबसे बड़ा कारण है.

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उन्होंने कहा कि अब मेरी पार्टी के केंद्रीय व प्रदेश नेतृत्व से हाथ जोड़कर निवेदन है कि सब भेदभाव छोड़कर किसी को नीचा- ऊंचा करना छोड़ कर जिसका जहां उपयोग है उनका उपयोग करें. वहीं जिसकी जहां जगह बनती है वहां पहुंचाने का काम करेंगे तो भविष्य के चुनाव में भाजपा का परचम लहराएगा.

Last Updated : Jun 25, 2024, 1:46 PM IST
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