पलामू: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पलामू और बिहार के सटे हुए औरंगाबाद सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ पड़ा अभियान चलाया जाएगा. दरअसल पलामू की सीमा बिहार के औरंगाबाद जिला से करीब 60 से 70 किलोमीटर लंबा है.
बिहार के औरंगाबाद में पहले चरण जबकि पलामू में चौथे चरण में लोकसभा चुनाव है. लोकसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को पलामू के हरिहरगंज थाना में इंटर स्टेट बैठक हुई. इस बैठक पलामू एसपी रीष्मा रमेशन बिहार के औरंगाबाद एसपी स्वपना जीमेश्राम समेत कई टॉप अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक में संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर अभियान चलाने का निर्णय लिया, दोनों राज्यों ने नक्सली और उनके समर्थकों की सूची को भी साझा किया है.
पलामू और औरंगाबाद सीमा पर नक्सलियों के कई छिपाने के स्थान हैं वहां पर विशेष निगरानी करने को कहा गया. इंटर स्टेट बैठक में शराब और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाने का भी निर्णय लिया गया है. दोनों राज्य संयुक्त रूप से शराब एवं मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
पहले चरण के चुनाव से पहले बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा. केंद्रीय बलों के माध्यम से औरंगाबाद और पलामू में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जाना है. नक्सलियों के खिलाफ अभियान में सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और बिहार के एसटीएफ को लगाया जाएगा.
इंटर स्टेट बैठक में सीआरपीएफ की 47 और 29 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट, बिहार के औरंगाबाद और पलामू के हुसैनाबाद छतरपुर एसडीपीओ और सीमावर्ती इलाके के सभी थानेदार मौजूद थे.
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