अजमेर. अजमेर एसीबी की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. टीम ने ब्यावर वन रेंज के रेंजर और वन रक्षक को 50 हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दोनों वन अधिकारियों ने कोयले से भरे ट्रक को छोड़ने की एवज में ढाई लाख रुपए की रिश्वत परिवादी से मांगी थी. हालांकि, कार्रवाई से पहले परिवादी दोनों आरोपियों को एक लाख 85 हजार रुपए दे चुका था. वहीं, शुक्रवार को अजमेर एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते दोनों अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
अजमेर एसीबी स्पेशल यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद ने बताया कि 24 मार्च की रात को वन विभाग के अधिकारियों ने कोयले से भरे एक ट्रक को पकड़ा था. ट्रक में विलायती कोयला था, जिसकी वैलिड टीपी (अनुमति) भी थी. बावजूद इसके ब्यावर में वन नाके पर रेंजर नितिन शर्मा और वनपाल नृसिंह रायका ने ट्रक को रुकवाया. ये ट्रक ब्यावर से झारखंड जा रहा था. परिवादी से ट्रक को छोड़ने की एवज में रेंजर नितिन शर्मा और वनपाल नृसिंह रायका ने ढाई लाख रिश्वत की मांग की थी. 1 लाख 85 हजार रुपए दोनों आरोपियों ने परिवादी से ले लिए थे. साथ ही और राशि की डिमांड करके परिवादी को परेशान कर रहे थे. इसके बाद परिवादी ने अजमेर एसीबी से इसकी शिकायत की.
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वहीं, शिकायत का सत्यापन करने के बाद शुक्रवार को ब्यावर वन रेंजर नितिन शर्मा और वनपाल नृसिंह रायका को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. परिवादी रिश्वत की राशि लेकर उपवन संरक्षक कार्यालय पहुंचा, जहां रेंजर नितिन शर्मा और वनपाल नृसिंह रायका को रंगे हाथों 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. आरोपी वन अधिकारियों और परिवादी के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग और मामले में अन्य लोगों की भूमिका को लेकर भी अनुसंधान किया जा रहा है.