चंडीगढ़: वीरवार को चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पार्टी के तमाम नेता मौजूद रहे, लेकिन सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला इस कार्यक्रम में दिखाई नहीं दिए. हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में वापसी करने वाले वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह मंच पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बगल में बैठे दिखाई दिए. दोनों नेता एक दूसरे से नजरें मिलते कम ही दिखाई दिए, लेकिन जब बात हुई तो रंग जमा दिया.
हुड्डा और बीरेंद्र सिंह की जुगलबंदी: हुआ यूं कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान जब बीरेंद्र सिंह को मंच पर बोलने के लिए कह रहे थे, तो उन्होंने मार्गदर्शक और मार्गदर्शन शब्द का इस्तेमाल किया. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने माइक पकड़ते हुए कहा कि बीरेंद्र सिंह मार्गदर्शक बन चुके हैं. जिस पर मंच पर बैठे नेताओं ने भी ठहाके लगाए. इसके बाद बीरेंद्र सिंह भी भूपेंद्र हुड्डा को अपने अंदाज में जवाब देते नजर आए.
जब स्टेज पर लगे ठहाके: बीरेंद्र सिंह जब मंच पर अपनी बात रख रहे थे, तो एक ऐसा मौका आया जब उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा को मार्गदर्शक कहे जाने का अपने अंदाज में जवाब दिया. बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं बीजेपी की अंदर की बात बता रहा हूं, क्योंकि मैं उनके साथ रहा. ये बात मैं मार्गदर्शक नहीं बल्कि एक्टिव पॉलिटिशियन के तौर पर कह रहा हूं. जिस पर हुड्डा उनकी पीठ पर हाथ मरते हुए, जोर से हंसने लगे.
बीरेंद्र सिंह का बीजेपी और जेजेपी पर निशाना: इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी और जेजेपी दोनों को जमकर खरी खोटी सुनाई. उन्होंने हरियाणा में बीजेपी के डाउन फॉल को उनकी गलतियों का नतीजा बताया. उनका कहना था कि राजनीतिक दृष्टि से हरियाणा क्या चाहता था. बीजेपी समझ नहीं पाई. बीजेपी 10 साल के कार्यकाल में हरियाणा को राजनीतिक और सामाजिक तौर पर नहीं समझ सके.
कांग्रेस नेता ने बताई बीजेपी की हार की वजह: उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मैंने सलाह दी थी कि आपने 8 से साढ़े 8 साल में पार्टी की विचारधारा को हरियाणा में रखने का काम किया है. अब हरियाणा वासियों के लिए काम करो, तभी तीसरी बार भाजपा सत्ता में आ सकती है. हरियाणा के अंदर समाज को तोड़ने, धर्म का सहारा लेकर समाज को कमजोर करने की वजह से हरियाणा वासियों ने बीजेपी को पसंद नहीं किया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जेजेपी को साथ मिलाकर राजनीतिक भ्रष्टाचार किया. जेजेपी ने मौन रहकर इसकी स्वीकृति दी. आज तक किसी कमेटी की रिपोर्ट नहीं आई. भ्रष्टाचार करके भी शर्म ना आए. ये सिर्फ बीजेपी में मैंने देखा है.