कबीरधाम: कवर्धा जिला जेल में बुधवार को लोहारडीह गांव में हुए अग्निकांड और हत्याकांड में आरोपी रहे प्रशांत साहू की मौत हो गई. रात 11 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले किया गया. आज प्रशांत साहू के शव का अंतिम संस्कार किया गया. आरोप है कि बीते दिनों उपद्रवियों ने उप सरपंच के घर में आग लगा दी थी. आगजनी की घटना में उप सरपंच की मौत हो गई थी. पुलिस अग्निकांड के केस में गांव के 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था. मृतक प्रशांत साहू को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. आरोप है कि पुलिस की पिटाई से प्रशांत की मौत हुई है.
अंतिम संस्कार में मां और भाई हुए शामिल: अंतिम संस्कार में प्रशांत साहू की मां सरस्वती साहू और छोटा भाई भी शामिल हुए. गुरुवार सुबह कवर्धा जेल में बंद मृतक प्रशांत के छोटे भाई को कबीरधाम लाया गया. दुर्ग जेल में बंद प्रशांत की मां को भी अंतिम संस्कार में शामिल कराने के लिए पुलिस कवर्धा लेकर आई. परिजनों का आरोप है कि ''पुलिस ने प्रशांत की बेरहमी से पिटाई की, जिसके चलते उसकी मौत हुई है''.
पुलिस ने बड़ी ही बेरहमी के साथ बेटे की पिटाई की. पुलिस की पिटाई से प्रशांत की मौत हुई: सरस्वती साहू, मृतक प्रशांत साहू की मां
हमें पुलिस ने बड़ी बेरहमी से पीटा, जबरन उठा ले गई. मेरे भाई के पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं : कन्हैया साहू, मृतक का भाई
प्रशांत साहू के अंतिम संस्कार में पहुंचे भूपेश बघेल: प्रशांत साहू के अंतिम संस्कार में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल भी शामिल हुए. भूपेश बघेल ने कहा कि मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान से साफ है कि प्रशांत साहू की पिटाई पुलिस वालों ने बेदर्दी के साथ की. भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि मृतक के भाई और मां की भी पिटाई पुलिस ने की है. दोनों ठीक से चल फिर नहीं पा रहे हैं. भूपेश बघेल ने कलेक्टर से मांग की है कि जेल में बंद लोगों से उनको मुलाकात करने की इजाजत दी जाए.
सब लोगों को पकड़कर जानवर से भी बदतर स्थिति में मारे हैं, यह बहुत दुखद है: भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री
सरकारी नौकरी और 1 करोड़ मुआवजे की मांग: पीड़ित परिवार ने शासन से परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. परिवार ने मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ देने की भी मांग की है.