वाराणसीः वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विदेशी छात्राएं नए अंतरराष्ट्रीय हॉस्टल में रहेंगी जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. 2023 में पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दौरे पर इस हॉस्टल की सौगात छात्राओं को दी थी. 50 करोड़ की लागत से तैयार इस हॉस्टल में जिम से लेकर बाजार तक की सुविधा छात्राओं को उपलब्ध मिलेगी.
बता दें कि नवीन अन्तर्राष्ट्रीय महिला छात्रावास की क्षमता 200 कमरों की है. इसमें डबल आक्यूपेंसी के आधार पर 400 छात्राए रह सकती है. फिलहाल अन्तर्राष्ट्रीय छात्राएं पुराने अंतर्राष्ट्रीय पुरुष छात्रावास भवन तथा पुराने अंतर्राष्ट्रीय महिला छात्रावास में रहती हैं. इन दोनों छात्रावासों की कुल क्षमता तकरीबन 240 विद्यार्थियों की है. अब नवीन अन्तर्राष्ट्रीय महिला छात्रावास का निर्माण होने के बाद उन्हें यह अलॉट होना शुरू हो गया है.
ये सुविधाएं छात्राओं को मिल रहीं
इस बारे में जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि, हमारा उद्देश यहां पढ़ने वाली अन्तर्राष्ट्रीय छात्राओं को बेहतर व आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की है, इससे उन्हें कोई दिक्कत न हो. ऐसे में यह हॉस्टल इन छात्राओं के लिए बेहद लाभदायक है. 50 करोड रुपए की लागत से इसे तैयार किया गया था. यह यूपी का पहला ऐसा हॉस्टल है जहां विदेशी छात्राओं को लग्जरी सुविधा मिल रही है. इसमें बाजार, जिम, कैफे , कॉमन रूम, इंडोर गेम्स की भी व्यवस्था होगी. इसके साथ यह छात्राओं को घर का अहसास कराएगी. उन्होंने बताया कि इस हॉस्टल में लिफ्ट की भी व्यवस्था की गई है और हर कमरे में किचन के साथ अटैच बाथरूम की व्यवस्था है.किचन में इंडक्शन का भी इंतजाम है ताकि छात्राएं आसानी से भोजन बना सके. प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई 2023 में अपने दौरे के दौरान इसकी सौगात छात्राओं को दी थी.
फीस कितनी है?
इस बारे में इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एसवीएस राजू ने बताया कि, अब तक लगभग 215 छात्राओं को हॉस्टल अलॉट किया गया है. अलॉटमेंट की प्रक्रिया लगातार जारी है. इस हॉस्टल में छात्राओं को 1BHK फ्लैट की तरह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, इसमें बालकनी भी शामिल होगी. इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी, वॉटर सप्लाई, वाईफाई इत्यादि की सुविधा निः शुल्क है. हॉस्टल का वार्षिक शुल्क 25000 है. वहीं इसमें नेपाल और बांग्लादेश की छात्राएं सबसे ज्यादा है.