भोपाल: बांग्लादेश में बढ़ी हिंसा और अराजकता के बाद अब विश्व हिंदू परिषद ने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे अत्याचार को लेकर आवाज उठाई है और कहा है कि केन्द्र सरकार को उनकी सुरक्षा के प्रयास करना चाहिए. भोपाल में विश्व हिंदू परिषद के मध्यभारत प्रांत के महामंत्री राजेश जैन ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अलपसंख्यक हैं और उनका उत्पीड़न हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो विश्व हिंदू परिषद का एक-एक कार्यकर्ता बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदाय की सहायता के लिए खड़ा होगा.
'विश्व समुदाय को करनी चाहिए अल्पसंख्यकों की चिंता'
वीएचपी के प्रांत मंत्री राजेश जैन ने कहा कि "विश्व समुदाय को भी बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की चिंता करनी चाहिए. जिस तरह से बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों को नुकसान पहुंचाया गया है. कट्टरपंथियों के निशाने से शमशान तक नहीं बचे हैं. मंदिरों को भी भारी क्षति पहुंचाई गयी है. बांग्लादेश में शायद ही कोई जिला बचा हो जो इनकी हिंसा व आतंक का निशाना न बना हो. समय समय पर निरंतर अंतराल पर होने वाले ऐसे दंगों का ही परिणाम है कि बांग्लादेश में हिंदू जो विभाजन के समय 32% थे, अब 8% से भी कम बचे हैं और वे भी लगातार जिहादी उत्पीड़न के शिकार हैं. उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय की यह जिम्मेदारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाएं."
'सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए'
विश्व हिन्दू परिषद ने भारत सरकार से यह आग्रह किया है कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए. विकट परिस्थिति का लाभ उठा कर जिहादियों द्वारा सीमा पार से घुसपैठ का एक बड़ा प्रयत्न किया जा सकता है. इससे सतर्क रहना होगा. इसलिए हमारे सुरक्षाबलों के लिए यह आवश्यक है कि सीमा पर कड़ी चौकसी बरतें और किसी भी तरह के अतिक्रमण को न होने दें.