ETV Bharat / state

शंकराचार्य सदानंद सरस्वती की कुमार स्वामी को फटकार, भीड़ को देख खुद को श्रेष्ठ समझ रहे हैं - shankaracharya on kumar swami

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 5, 2024, 9:46 AM IST

Updated : Jul 5, 2024, 1:32 PM IST

निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी ने भगवान कृष्ण को लेकर विवादित बयान दिया था. इस बयान की शारदा द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कड़ी निंदा की है. ईटीवी भारत की ब्यूरो चीफ शेफाली पांडे से बात करते हुए उन्होंने कुमार स्वामी को जमकर फटकार लगाई. जानिए क्या बोले सदानंद सरस्वती...

SHANKARACHARYA ON KUMAR SWAMI
कुमार स्वामी को शंकराचार्य की नसीहत (Etv Bharat)

भोपाल। शारदा द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी के भगवान कृष्ण को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ''कुछ लोग भीड़ को देखकर, जनमानस को देखकर अपने आप को श्रेष्ठ समझ लेते हैं. शास्त्रों का अध्ययन किया नहीं है तो उसका तात्पर्य कैसे जानेंगे.'' उन्होने कहा कि सनातन धर्म पर ऐसा आक्षेप करने वालों का हम विरोध करते हैं. BRAHMRISHI KUMAR SWAMI Controversial Statement

सदानंद सरस्वती की कुमार स्वामी को फटकार (ETV BHARAT)

स्वामी को शंकराचार्य की नसीहत, पढ़कर बोलो
ईटीवी भारत से बातचीत में द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी की विवादित टिप्पणी का कड़ा विरोध किया. उन्होंने कहा कि ''कुमार स्वामी ने श्रीमद भागवत का अध्ययन नहीं किया है. 16 हजार एक सौ आठ या आठ विवाह या सोलह हजार विवाह का जो प्रसग है, उसे उन्हें पढ़ना चाहिए, फिर बोलना चाहिए. बड़े लोगों को बड़ी बात बोलनी चाहिए. असल में ये लोग क्या हैं, बहुत बड़ी भीड़, बहुत बड़ा समाज, जनमानस को देखकर अपने आप को बहुत श्रेष्ठ समझ लेते हैं.

जो मुंह में आता है बोल देते हैं
श्रीकृष्ण को लेकर दिए गए विवादित बयान पर शंकराचार्य ने कहा कि ''इसका विरोध होना चाहिए. सारे आचार्य इसका विरोध करते हैं. धर्म पर प्रवचन करने वाले जो लोग हैं जिन्होंने आध्यात्मिक उत्थान की समाज की जिम्मेदारी ली है, उन्हें पहले शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए. समाज के उत्थान की कल्पना अच्छी बात है. लेकिन धर्म ग्रंथों को पढ़ा नहीं है, इसलिए अर्थ नहीं जानते. जो कहा जाता है वही उसका अर्थ नहीं होता. तात्पर्य कब पता होगा कि जब गुरु शिष्य परंपरा से अध्ययन करेंगे. जब शास्त्रों का तात्पर्य समझेंगे तक उसका निचोड़ समाज तक पहुंचा पाएंगे.

Also Read:

शंकराचार्य ने कहा कि विरोध हर मंच से होगा.
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि ''निरंजनी अखाड़े वालों ने संज्ञान लिया है, हम लोग भी इस पर बात करेंगे. सनातन धर्मी सनातन धर्म के प्रति ऐसे आक्षेप करेगा, देवी देवताओं पर आक्षेप करेगा. जो मन में आ जाता है वही बोल देते हैं. धर्म ग्रंथों का अध्ययन किया नहीं है. इनका विरोध हो रहा है और हर मंच से विरोध होगा.''

क्या बोले ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी
कुमार स्वामी ने भगवान श्री कृष्ण के चरित्र को लेकर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने श्री कृष्ण के विवाह प्रसंग का विषय उठाया है. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसके बाद से देश भर के संत समाज में इसे लेकर नाराजगी है. और उनका विरोध किया जा रहा है.

भोपाल। शारदा द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी के भगवान कृष्ण को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ''कुछ लोग भीड़ को देखकर, जनमानस को देखकर अपने आप को श्रेष्ठ समझ लेते हैं. शास्त्रों का अध्ययन किया नहीं है तो उसका तात्पर्य कैसे जानेंगे.'' उन्होने कहा कि सनातन धर्म पर ऐसा आक्षेप करने वालों का हम विरोध करते हैं. BRAHMRISHI KUMAR SWAMI Controversial Statement

सदानंद सरस्वती की कुमार स्वामी को फटकार (ETV BHARAT)

स्वामी को शंकराचार्य की नसीहत, पढ़कर बोलो
ईटीवी भारत से बातचीत में द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी की विवादित टिप्पणी का कड़ा विरोध किया. उन्होंने कहा कि ''कुमार स्वामी ने श्रीमद भागवत का अध्ययन नहीं किया है. 16 हजार एक सौ आठ या आठ विवाह या सोलह हजार विवाह का जो प्रसग है, उसे उन्हें पढ़ना चाहिए, फिर बोलना चाहिए. बड़े लोगों को बड़ी बात बोलनी चाहिए. असल में ये लोग क्या हैं, बहुत बड़ी भीड़, बहुत बड़ा समाज, जनमानस को देखकर अपने आप को बहुत श्रेष्ठ समझ लेते हैं.

जो मुंह में आता है बोल देते हैं
श्रीकृष्ण को लेकर दिए गए विवादित बयान पर शंकराचार्य ने कहा कि ''इसका विरोध होना चाहिए. सारे आचार्य इसका विरोध करते हैं. धर्म पर प्रवचन करने वाले जो लोग हैं जिन्होंने आध्यात्मिक उत्थान की समाज की जिम्मेदारी ली है, उन्हें पहले शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए. समाज के उत्थान की कल्पना अच्छी बात है. लेकिन धर्म ग्रंथों को पढ़ा नहीं है, इसलिए अर्थ नहीं जानते. जो कहा जाता है वही उसका अर्थ नहीं होता. तात्पर्य कब पता होगा कि जब गुरु शिष्य परंपरा से अध्ययन करेंगे. जब शास्त्रों का तात्पर्य समझेंगे तक उसका निचोड़ समाज तक पहुंचा पाएंगे.

Also Read:

द्वारका-शारदा पीठ शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने राम मंदिर से जुड़ी किस बात पर कहा कि अब ये अवसर खत्म

विवादों के कथावचाक, प्रदीप मिश्रा ने तुलसीदास को बताया गंवार, फिर बिगड़े बोल - Pradeep Mishra Says Tulsidas Ganwar

कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ FIR? महामंडलेश्वर की शर्त खुद को कहें गंवार तभी मिलेगी मुक्ति नहीं तो... - Application Against Pradeep Mishra

शंकराचार्य ने कहा कि विरोध हर मंच से होगा.
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि ''निरंजनी अखाड़े वालों ने संज्ञान लिया है, हम लोग भी इस पर बात करेंगे. सनातन धर्मी सनातन धर्म के प्रति ऐसे आक्षेप करेगा, देवी देवताओं पर आक्षेप करेगा. जो मन में आ जाता है वही बोल देते हैं. धर्म ग्रंथों का अध्ययन किया नहीं है. इनका विरोध हो रहा है और हर मंच से विरोध होगा.''

क्या बोले ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी
कुमार स्वामी ने भगवान श्री कृष्ण के चरित्र को लेकर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने श्री कृष्ण के विवाह प्रसंग का विषय उठाया है. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसके बाद से देश भर के संत समाज में इसे लेकर नाराजगी है. और उनका विरोध किया जा रहा है.

Last Updated : Jul 5, 2024, 1:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.