ETV Bharat / state

क्यों बोले शंकराचार्य सदानंद सरस्वती, धन अर्जन के लिए कार्यक्रम होंगे तो ऐसे ही हादसा होगा - SHANKARACHARYA ON HATHRAS Stampede

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 5, 2024, 1:06 PM IST

Updated : Jul 5, 2024, 1:32 PM IST

शारदा पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने ईटीवी भारत से बात करते हुए हाथरस की घटना पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग व्यासपीठ पर बैठने के अधिकारी नहीं, वो उपदेश देंगे तो ऐसा ही होगा. धन अर्जन के लिए इस तरह से कार्यक्रम किये जा रहे हैं.

SHANKARACHARYA ON HATHRAS Stampede
हाथरस हादसे पर बोले शंकराचार्य (Etv Bharat)

भोपाल। हाथरस में हुई घटना के बाद द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा है कि ''जो व्यासपीठ पर बैठने के अधिकारी नहीं वो उपदेश देंगे तो ऐसा ही होगा. उन्होंने कहा कि धन अर्जन के उद्देश्य से अगर आप कोई कार्यक्रम करेंगे तो जैसा हाथरस में हुआ बिल्कुल ऐसा ही होगा. शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने हाथरस में हुए हादसे को लेकर कहा कि ''कथा करना चाहिए, कथा करना अच्छी बात है, कथा से लोगों की व्यथा दूर होती है.''

हाथरस हादसे पर शंकराचार्य सदानंद सरस्वती का बयान (Etv Bharat)

हाथरस हादसे के बाद शंकराचार्य की खरी खरी
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि ''कर्ण के मार्ग से भगवान रस बनकर प्रवेश करते हैं और अंतकरण पवित्र होता है. ये कथाकार का दोष है कि वे कथा में किस तरह के उद्गार व्यक्त करते हैं. असल में कथाओं में जो लिखा हुआ है उसी का प्रवचन करना चाहिए. जिसका आपने चिंतन किया है उसी का मनन करना चाहिए. इसी का परिणाम हाथरस की घटना है. असल में ऐसे लोग व्यासपीठ पर बैठेंगे तो यही होगा. व्यासपीठ पर बैठने के जो अधिकारी नहीं है वो उपदेश देंगे तो ऐसा ही होगा. सनातन धर्म में जन्म लेकर लोग हिंदू धर्म के विरुद्ध बोल रहे हैं. हाथरस में जो घटना हुई है हमारे जो भाई मारे गए हमारी उनके प्रति संवेदना है. दूसरी बार ऐसा मौका ना आए इसका ध्यान आयोजकों को भी रखना चाहिए और कथाकारों को भी."' शंकराचार्य ने कहा कि ''धन अर्जन के उद्देश्य से आप कोई कार्यक्रम करेंगे ऐसा ही होगा.''

Also Read:

कथा में दोष नहीं, कथाकार का दोष है
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती से सवाल था कि फिर इसे रोका कैसे जाए. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि, ''अब ये तो जागृति उनके मन में होना चाहिए. जिन्होंने श्रीमद भागवत का अध्ययन परंपरा से किया है, उनसे भूल नहीं होगी. हमारी बहुत प्राचीन परंपरा है, वैदिक परंपरा है. असल में ज्योतिष शास्त्र में कोई दोष नहीं ज्योतिष से भूल हो जाती है. इसी तरह से कथा में कोई दोष नहीं कथाकार से भूल हो जाती है.'' Hathras Stampede Narrator Fault

भोपाल। हाथरस में हुई घटना के बाद द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा है कि ''जो व्यासपीठ पर बैठने के अधिकारी नहीं वो उपदेश देंगे तो ऐसा ही होगा. उन्होंने कहा कि धन अर्जन के उद्देश्य से अगर आप कोई कार्यक्रम करेंगे तो जैसा हाथरस में हुआ बिल्कुल ऐसा ही होगा. शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने हाथरस में हुए हादसे को लेकर कहा कि ''कथा करना चाहिए, कथा करना अच्छी बात है, कथा से लोगों की व्यथा दूर होती है.''

हाथरस हादसे पर शंकराचार्य सदानंद सरस्वती का बयान (Etv Bharat)

हाथरस हादसे के बाद शंकराचार्य की खरी खरी
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि ''कर्ण के मार्ग से भगवान रस बनकर प्रवेश करते हैं और अंतकरण पवित्र होता है. ये कथाकार का दोष है कि वे कथा में किस तरह के उद्गार व्यक्त करते हैं. असल में कथाओं में जो लिखा हुआ है उसी का प्रवचन करना चाहिए. जिसका आपने चिंतन किया है उसी का मनन करना चाहिए. इसी का परिणाम हाथरस की घटना है. असल में ऐसे लोग व्यासपीठ पर बैठेंगे तो यही होगा. व्यासपीठ पर बैठने के जो अधिकारी नहीं है वो उपदेश देंगे तो ऐसा ही होगा. सनातन धर्म में जन्म लेकर लोग हिंदू धर्म के विरुद्ध बोल रहे हैं. हाथरस में जो घटना हुई है हमारे जो भाई मारे गए हमारी उनके प्रति संवेदना है. दूसरी बार ऐसा मौका ना आए इसका ध्यान आयोजकों को भी रखना चाहिए और कथाकारों को भी."' शंकराचार्य ने कहा कि ''धन अर्जन के उद्देश्य से आप कोई कार्यक्रम करेंगे ऐसा ही होगा.''

Also Read:

हिंदू हिंसक बयान पर फूटा शंकराचार्य का गुस्सा, राहुल गांधी को समझा दिया 'हिंदू' का मतलब - shankaracharya targets rahul gandhi

शंकराचार्य सदानंद सरस्वती की कुमार स्वामी को फटकार, भीड़ को देखके खुद को श्रेष्ठ समझ रहे हैं - shankaracharya on kumar swami

प्रदीप मिश्रा की कथा में अव्यवस्थाओं का अंबार, हाथरस हादसे के बाद भी नहीं चेत रहे कथावाचक - Vidisha Pandit Pradeep Mishra Katha

कथा में दोष नहीं, कथाकार का दोष है
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती से सवाल था कि फिर इसे रोका कैसे जाए. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि, ''अब ये तो जागृति उनके मन में होना चाहिए. जिन्होंने श्रीमद भागवत का अध्ययन परंपरा से किया है, उनसे भूल नहीं होगी. हमारी बहुत प्राचीन परंपरा है, वैदिक परंपरा है. असल में ज्योतिष शास्त्र में कोई दोष नहीं ज्योतिष से भूल हो जाती है. इसी तरह से कथा में कोई दोष नहीं कथाकार से भूल हो जाती है.'' Hathras Stampede Narrator Fault

Last Updated : Jul 5, 2024, 1:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.