भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हुए घोटाले के मामले में एसआईटी ने मुख्य आरोपी कुमार मयंक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, इस पूरे मामले में तत्कालीन कुलपति की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है. आपको बता दें कि विश्व विद्यालय के छात्रों के पैसों का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया था, जिसमें करीब 20 करोड़ रुपए निजी अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे.
घोटाले के आरोप में कई लोग गिरफ्तार
इस पूरे मामले में 19.48 करोड़ के घोटाले किए गए हैं और इस दौरान आरोपी मयंक RBL बैंक में पदस्थ थे. इस मामले में गिरफ्तार तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार गुप्ता और वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा की पत्नी सीमा वर्मा को हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा किया है. जबकि ऋषिकेश वर्मा, टास्क हेड कुमार मयंक, एक्सिस बैंक मैनेजर रामकुमार रघुवंशी और दलित संघ के कार्यकारिणी सदस्य सुनील रघुवंशी को कोर्ट से जमानत नहीं मिली है, ये आरोपी जेल में बंद हैं.
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छात्रों के पैसे से कराई गई एफडी
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने छात्रों के पैसों से एफडी कराई थी और उन पैसों का दुरुपयोग किया गया था. बताया गया कि करीब 20 करोड़ रुपये निजी अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे. इस मामले में यूनिवर्सिटी के तत्कालीन रजिस्ट्रार आर एस राजपूत, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार का नाम सामने आया था. जिसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की गई. वहीं, आरबीएल बैंक के कर्मचारी कुमार मयंक, दलित संघ सोहागपुर पर भी गड़बड़ी के आरोप लगे थे जिसके बाद सभी पर धोखाधड़ी के मामले गांधीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.