भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट पर जल्द ही यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाओं की सौगात मिलने वाली है. जिससे उन्हें लंबी-लंबी लाइनों में लगकर एयरपोर्ट पर पहचान पत्र या पासपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी. वहीं, यदि कोई यात्री फ्लाइट उड़ने से थोड़ा ही पहले एयरपोर्ट पहुंचता है, तो उसकी फ्लाइट छूटने का डर नहीं होगा. इसके लिए राजा भोज हवाई अड्डे पर जल्द ही डिजी सेवा की शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए आवश्यक संसाधन जुटाने पर अभी एयरपोर्ट अथॉरिटी काम कर रही है.
इस तरह यात्रियों को मिलेगा डिजी सेवा का लाभ
डिजी सेवा का लाभ लेने के लिए यात्रियों को पहली यात्रा के दौरान डिजी आईडी बनानी होगी. हवाई यात्रा के लिए टिकट बुक करते समय यह आईडी एयरलाइंस कंपनी से साझा करनी होगी. एक बार आईडी वेरीफाई होने के बाद यात्री जैसे ही एयरपोर्ट पहुंचेंगे, स्कैनर उसका चेहरा पहचान लेगा. ऐसे में यात्रियों को एयरपोर्ट में अलग से आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
आमतौर पर यात्रियों को गेट पर ही टिकट के साथ आईडी प्रूफ दिखाना होता है. कई बार एयरपोर्ट पर अधिक भीड़ होने के कारण इस प्रकिया में समय लगता है, जिससे यात्रियों को उनकी फ्लाईट छूटने का डर बना रहता है. लेकिन इस सुविधा के शुरू होने के बाद यात्री बिना फिजिकल डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकेंगे.
प्रवेश द्वार पर ही हो जाएगी यात्री की पहचान
डिजी सेवा शुरू करने से पहले भोपाल एयरपोर्ट अथॉरिटी जरूरी इंतजाम करने में लगा है. एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार पर स्कैनर लगाए जा रहे हैं. जिसकी मदद से यात्रियों की पहचान की जा सकेगी. भोपाल एयरपोर्ट अथारिटी के डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि "केंद्रीय उड्डयन विभाग द्वारा राजा भोज हवाई अड्डे पर डिजी सेवा शुरू करने के लिए पहले ही अनुमति मिल चुकी है. अब इस पर काम हो रहा है. मार्च 2025 से पहले इंतजाम पूरे कर डिजी सेवा की शुरुआत कर दी जाएगी."
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यात्री इस तरह कर सकेंगे पेपरलेस यात्रा
सबसे पहले यात्री को अपने मोबाइल में डिजी यात्रा एप डाउनलोड करना होगा. इसके बाद नाम, मोबाइल नंबर और पहचान प्रमाण (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट) की जानकारी दर्ज कर डिजी यात्रा आईडी जनरेट करनी होगी. जिसको टिकट बुक करते समय यात्री को शेयर करना होगा. डिपार्चर वाले एयरपोर्ट को एयरलाइंस द्वारा डिजी यात्रा आईडी और यात्री का डेटा भेजा जाएगा. यात्री को एयरपोर्ट के प्रवेश गेट पर ई-टिकट या बारकोड स्कैन करने के बाद चेहरा स्कैन कराना होगा. फिर स्कैनर द्वारा यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज की जांच करने के बाद प्रवेश ई-गेट खुल जाएगा और एयरपोर्ट के अंदर सिक्योरिटी चेक, बोर्डिंग के दौरान भी चेहरा स्कैन कराना होगा.