भोपाल: राजधानी के राजा भोज विमानतल पर जल्द ही विमानों के मेंटेनेंस और रिपेयरिंग की सुविधा भी मिलेगी. यहां प्रदेश के पहले एमआरओ (मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहालिंग) हैंगर का निर्माण किया जा रहा है. एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि भोपाल एयरपोर्ट में एमआरओ हैंगर बनाने का काम तेजी से किया जा रहा हैं. यह मध्यभारत का पहला एमआरओ हैंगर होगा. इसे बनाने का काम एरो टेक्निक्स एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस कंपनी द्वारा किया जा रहा है. संभवतः जून 2025 से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद भोपाल एयरपोर्ट पर विमानों का मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहालिंग का काम हो सकेगा.
भोपाल एयरपोर्ट पर बनेंगे 2 एमआरओ हैंगर
भोपाल एयरपोर्ट के महाप्रबंधक रामजी अवस्थी ने बताया कि "अब तक मध्यप्रदेश के किसी भी विमानतल पर एमओआर हैंगर की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में विमानों में खराबी आने पर दिल्ली, मुंबई या अन्य शहरों से इंजीनियर बुलाने पड़ते हैं. इससे समय और संसाधनों में खर्च अधिक होता है. कई बार फ्लाईट कैंसिल भी करनी पड़ती है. अब भोपाल एयरपोर्ट पर एमआरओ हैंगर बनने के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी. इसलिए अब राजा भोज विमानतल में करीब 5600 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में 2 एमआरओ हैंगर का निर्माण चल रहा है. एयरपोर्ट प्रबंधन का प्रयास है कि जून से एमआरओ सेंटर का शुभारंभ कर दिया जाए."
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विमानों की भोपाल में हो सकेगी रिपेयरिंग
भोपाल एयरपोर्ट के महाप्रबंधक रामजी अवस्थी ने बताया कि "अभी देश में 750 से अधिक यात्री विमान उड़ान भर रहे हैं लेकिन इनके मेंटेनेंस के अधिकतर काम विदेशों में होते हैं. आंकड़ों में बात करें तो करीब 90 प्रतिशत काम विदेशों में ही होता है. ऐसे में उड्डयन मंत्रालय देश में ही ऐसे एमआरओ हैंगर बनाने की दिशा में काम कर रहा है. भोपाल में भी 2 एमआरओ सेंटर बनाने के लिए मंजूरी दी गई है. इसके बनने के बाद भोपाल में बोइंग 737, एयरबस 320, एटीआर जैसे विमानों का रखरखाव हो सकेगा.