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मध्यप्रदेश में सायबर अपराधियों के टारगेट पर राजनेताओं के बाद अब IPS अफसर - MP CYBER CRIME

मध्यप्रदेश के पुलिस अफसरों में हड़कंप है. दरअसल, सायबर अपराधियों ने कई आईपीएस अफसरों के नाम से सोशल मीडिया पर फर्जी एकाउंट बना लिए हैं.

MP cyber crime
भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम से फेक आईडी बनाईं (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 5, 2024, 11:44 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सायबर अपराधियों को पुलिस भी काबू नहीं कर पा रही है. सायबर अपराधियों ने अब राजनेताओं के साथ ही पुलिस के आला अफसरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. अपराधियों ने आईपीएस अधिकारियों के नाम से भी फेक आईडी बना ली हैं. गजब तो तब हो गया जब जालसाजों ने भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्र के नाम से फेक फेसबुक आईडी बना ली. इसके बाद जालसाजों ने पुलिस कमिश्नर के परिचितों के नंबर मांग कर उन्हें मैसेज किए.

फेक आईडी बनाकर मैसेज भेजे

इसकी जानकारी मिलते ही भोपाल पुलिस कमिश्नर ने इस प्रकार के नकली एकाउंट ब्लॉक करने के लिए कार्रवाई शुरू की. मामले के अनुसार जालसाज भोपाल पुलिस कमिश्नर की फेक फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी की कोशिश कर रहे हैं. फेक आईडी से लोगों को मैसेज कर बोला जा रहा है "सीआरपीएफ के अधिकारी मेरे दोस्त हैं और अभी उनका ट्रांसफर दूसरे राज्य में हो गया है. इस कारण वह अपना फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम सस्ते दामों में बेच रहे हैं."

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सायबर जालसाज ऐसे फंसाते हैं लोगों को

वहीं, सायबर पुलिस ने पुलिस कमिश्नर के नाम से 3 आईडी ब्लॉक कर दी हैं. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणाचारी मिश्र के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट से सैकड़ों लोगों को रिक्वेस्ट भेजी गई. रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही लोगों को हाय का मैसेज भेजा जाता है. जवाब मिलते ही मोबाइल नंबर मांगा जाता है. फिर कहा जाता "मैंने अपने परिचित को आपका नंबर दिया है, वह आपको कॉल करेगा." इसके बाद जालसाजों ने वॉट्सऐप पर मैसेज कर अपना परिचय अमित कुमार के रूप दिया. जाल में फंसने वालों को ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करने को कहा जाता है. इस मामले में भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणाचारी मिश्र का कहना है "सायबर टीम को जालसाजों को ट्रेस करने के निर्देश दिए हैं."

भोपाल। मध्य प्रदेश में सायबर अपराधियों को पुलिस भी काबू नहीं कर पा रही है. सायबर अपराधियों ने अब राजनेताओं के साथ ही पुलिस के आला अफसरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. अपराधियों ने आईपीएस अधिकारियों के नाम से भी फेक आईडी बना ली हैं. गजब तो तब हो गया जब जालसाजों ने भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्र के नाम से फेक फेसबुक आईडी बना ली. इसके बाद जालसाजों ने पुलिस कमिश्नर के परिचितों के नंबर मांग कर उन्हें मैसेज किए.

फेक आईडी बनाकर मैसेज भेजे

इसकी जानकारी मिलते ही भोपाल पुलिस कमिश्नर ने इस प्रकार के नकली एकाउंट ब्लॉक करने के लिए कार्रवाई शुरू की. मामले के अनुसार जालसाज भोपाल पुलिस कमिश्नर की फेक फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी की कोशिश कर रहे हैं. फेक आईडी से लोगों को मैसेज कर बोला जा रहा है "सीआरपीएफ के अधिकारी मेरे दोस्त हैं और अभी उनका ट्रांसफर दूसरे राज्य में हो गया है. इस कारण वह अपना फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम सस्ते दामों में बेच रहे हैं."

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वहीं, सायबर पुलिस ने पुलिस कमिश्नर के नाम से 3 आईडी ब्लॉक कर दी हैं. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणाचारी मिश्र के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट से सैकड़ों लोगों को रिक्वेस्ट भेजी गई. रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही लोगों को हाय का मैसेज भेजा जाता है. जवाब मिलते ही मोबाइल नंबर मांगा जाता है. फिर कहा जाता "मैंने अपने परिचित को आपका नंबर दिया है, वह आपको कॉल करेगा." इसके बाद जालसाजों ने वॉट्सऐप पर मैसेज कर अपना परिचय अमित कुमार के रूप दिया. जाल में फंसने वालों को ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करने को कहा जाता है. इस मामले में भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणाचारी मिश्र का कहना है "सायबर टीम को जालसाजों को ट्रेस करने के निर्देश दिए हैं."

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