भोपाल: नर्सिंग घोटाला केवल मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चल रहा है. जिन कॉलेजों को सीबीआई की जांच में अनफिट पाया गया. ऐसे कालेजों को इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने मान्यता जारी कर दी. इससे स्पष्ट होता है, कि भ्रष्टाचार का जाल पूरे देश में फैला है. ये कहना है मध्य प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्याक्ष रवि परमार का. दरअसल, शुक्रवार को रवि परमार ने कांग्रेस कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही.
कागजों पर चल रहे कॉलेज, INC दे रहा मान्यता
एनएसयूआई के उपाध्याक्ष रवि परमार ने बताया कि "सीबीआई की नर्सिंग कॉलेजों को लेकर एक रिपोर्ट आई है. उसमें 309 नर्सिंग कॉलेजों को अनफिट बताया गया है. जबकि इसके पहले की रिपोर्ट में 72 कॉलेजों को अनफिट बताया गया था. वहीं दूसरी ओर (INC) इंडियन नर्सिंग काउंसिल आंख मूंदकर मान्यता जारी कर रही है. परमार ने बताया कि इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने भोपाल के एक कॉलेज को मान्यता दी है, जो सिर्फ कागजों में है. रानी दुर्गावती के नाम से इस कॉलेज को हाईकोर्ट के पास बताया गया है, लेकिन न तो भोपाल में हाईकोर्ट है और न ही इस नाम का कोई नर्सिंग कॉलेज है. जबकि इस कॉलेज में पोस्ट बीएससी के लिए 25 और बीएससी के लिए 60 सीटें आरक्षित है."
जिन्हें CBI ने बताया अनफिट, INC ने जारी की मान्यता
देश की सबसे बड़ी संस्था इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने ऐसे कॉलेजों को मान्यता दे दी, जो सीबीआई की रिपोर्ट में अनफिट पाए गए थे. भोपाल के रातीबड़ में आईईएस नर्सिंग कॉलेज है. सीबीआई ने उसमें 6 कमियां पाई थी, न तो यहां लैब थी और न ही प्रिंसिपल और वाईस प्रिंसिपल, लेकिन 21 नवंबर 2024 को इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने मान्यता जारी कर दी. इससे साबित होता है कि नर्सिंग में गड़बड़िया केवल मध्य प्रदेश नहीं पूरे देश में है. भोपाल का ही एक बेसिलस कॉलेज है. इसमें 3 बिंदुओं की कमियां निकाली. इसे भी आईएनसी ने मान्यता दे दी. इसी तरह जबलपुर, इंदौर व अन्य शहरों में अनफिट नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी जा रही है.
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20 सालों से प्रदेश में चल रहा नर्सिंग घोटाला
रवि परमार ने कहा कि "मध्य प्रदेश में लगातार 20 सालों से नर्सिंग घोटाला चल रहा था, लेकिन शासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया. अब इतना बड़ा हो गया कि इससे लाखों छात्रों का भविष्य संकट में है. नर्सिंग घोटाले को लेकर कांग्रेस लगतार मांग उठा रही थी. ग्वालियर हाईकोर्ट में जब सितंबर 2023 सीबीआई जांच के उसके बाद सीबीआई जांच हुई और पोल खुल गई. हमने कहा था कि प्रदेश में फर्जी नर्सिंग कालेज संचालित हो रहे हैं, यह भी सिद्ध हुआ."