भोपाल: मध्य प्रदेश के भोपाल में शुक्रवार को लोकायुक्त पुलिस द्वारा एक और करप्ट अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल विकास प्रधिकरण के एक कर्मचारी को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है. पकड़े गए रिश्वतखोर अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. परिवार के पास कई महंगी गाड़ियों का खुलासा हुआ है. पंचशील नगर में उसकी पत्नी के नाम बड़ा मकान है. जहां 14 किरायदार रहते हैं. मतलब लाखों रुपये किराए के रूप में आने से इंकार नहीं किया जा सकता है.
रिश्वत लेते बीडीए का भ्रष्ट अधिकारी गिरफ्तार
भोपाल लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक मनु व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि "भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी के कार्यालय में पदस्थ बाबू सहायक ग्रेड 1 तारकचंद दास को रिश्वत देते हुए गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि, ''शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि, उसके रत्नागिरी रायसेन रोड पिपलानी स्थित मकान की लीज के नवीनीकरण के लिए भोपाल विकास प्रधिकरण के बाबू ने 3,35000 रुपय की रिश्वत की मांगी थी. ''
अधिकारी 6 महीनों से लगवा रहे थे चक्कर
बता दें कि, शिकायतकर्ता पेशे से किसान है. वह अपने मकान की लीज के नवीनीकरण के लिए पिछले 6 महीनों से बाबू तारकचंद दास के चक्कर लगा लगा कर परेशान हो गया था, लेकिन बाबू बिना रिश्वत लिए काम नहीं कर रहा था. जिससे परेशान होकर किसान लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा. यहां उसने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले से अवगत कराया. मिली शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए निरीक्षक नीलम पटवा की अगुवाई में टीम ने जाल बिछाकर भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी के बाबू टीसी दास उर्फ़ तारक चंद दास को आवेदक से 40000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है.
यहां पढ़ें... "बिल पास कराना है तो डेढ़ लाख देने पड़ेंगे" रिटायर्ड टीचर से 50 हजार रिश्वत लेते लेखापाल गिरफ्त में उज्जैन लोकायुक्त ने रतलाम में की बड़ी कार्रवाई, रिश्वत लेते धराए कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी |
इस टीम ने बीडीए के कार्यालय में डाली रेड
रिश्वत के साथ गिरफ्तार तारक चंद दास के विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई. भोपाल डेवलपमेंट अथॉरिटी कार्यालय में डाली गई रेड की अगुआई निरीक्षक नीलम पटवा ने की. वहीं टीम के अन्य सदस्य निरीक्षक रजनी तिवारी, निरीक्षक घनश्याम मर्सकोले, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, मुकेश सिंह,राजेंद्र पावन,नेहा परदेसी आरक्षक मनमोहन साहू अहम भूमिका रही.